UP Board Result 2020: एक ही स्कूल के हैं 10वीं और 12वीं के टॉपर, खूब रोशन हो रहा है बड़ौत का नाम
UP Board Result 2020: 10वीं और 12वीं के टॉपर एक ही स्कूल के हैं. ऐसे में इस बार बागपत के बड़ौत का नाम खूब रोशन हो रहा है.
यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में एक बार फिर बागपत के बड़ौत शहर के श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कालेज की कक्षा दस की छात्रा रिया जैन व कक्षा 12 के छात्र अनुराग मलिक ने प्रदेश टॉप करके यह दिखा दिया है कि गांव के बच्चे भी किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रह गए हैं. हिलवाड़ी गांव की रिया जैन ने 600 में से 580 अंक और 96.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. उनके पिता अपने गांव में ही माता की चुन्नी बनाने का काम करते है और माता गृहणी है.
वहीं सिलाना गांव के अनुराग मलिक 500 में से 485 अंक और 97 प्रतिशत अंक हासिल किए. सिलाना गांव के रहने वाले अनुराम के पिता प्रमोद मलिक बड़ौत में इलेक्ट्रॉनिक की दुकान करते हैं. दोनों छात्र-छात्रा गांव के रहने वाले हैं और अपनी अपनी कक्षा में प्रदेश में टॉप कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. दोनों ने ही 15 से ज्यादा घंटे हर रोज पढ़ाई की है. गौरतलब है कि पिछले साल भी इसी कालेज की मनु तोमर ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट में प्रदेश में टॉप करते हुए 500 में से 489 अंक यानी 97 प्रतिशत अंक लिए थे जबकि इसी कालेज के छात्र युवराज ने इंटरमीडिएट में प्रदेश में चौथे स्थान पर रहते हुए 500 में से 473 अंक हासिल किए थे.
10वीं की टॉपर, "रिया जैन मैंने बहुत मेहनत की थी. मैंने 14 से 15 घंटे लगातार पढ़ाई की थी. मेरे पर हिंदी, अग्रेंजी, मैथ्स, साइंस, ड्राइंग और एसएसटी विषय थे. घर में मेरी माता, पिता और दीदी सहयोग करती थी. ट्यूशन नहीं किया था मैंने. हमारे स्कूल के बच्चे हर बार टॉपर आते हैं. मैं हिलवाड़ी गांव की रहने वाली हूं और मेरे पिता चुन्नी का काम करते हैं, माता की चुन्नी. हम चार बहन भाई है एक बड़ी बहन और दो छोटे भाई है. मैं सुबह चार बजे जाग जाती थी और रात को 12 बजे सोती थी. मुझे बहुत अच्च्छा लग रहा है यही प्रेरणा देना चाहती हूं कि दूसरे बच्चे मेरे जैसे ही नंबर प्राप्त करे."
रिया के पिता भारत भूषण ने कहा, "मेरे चार बच्चे हैं दो बेटी और दो बेटे हैं. एक बेटी श्रीराम स्कूल में पढ़ती हैं. मैं चुन्नी का काम करता है मुझे बहुत खुशी हो रही है बेटी कहती है कि बड़ी होकर टीचर बनूंगी और पीएचडी से अंग्रेजी करूंगी. परिवार की आर्थिक स्थित सामान्य है. बहुत अच्छा लग रहा है बच्चे पढ़े और नाम कमाएं. बेटियों बेटों से ऊपर होकर नाम रोशन कर रही है. मेरी बेटी आगे चलकर कुछ बने और दूसरे बेटियां भी पढ़े और कुछ बने.
12वीं के टॉपर अनुराग मलिक ने कहा, "मैं 15 से 16 घंटे पढ़ाई करता था और परीक्षा में 17 से 18 घंटे पढ़ाई करता था. मेरे पिता की बड़ौत में इलेक्ट्रोनिक की दुकान है. घर पर माता-पिता का सहयोग रहता था कोई काम नहीं कराते थे. सबसे ज्यादा फिजिक्स में अंक आए हैं. माता का सहयोग सबसे ज्यादा रहता था और वे ही सारे काम करती थी. मैं आइएएस बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं और दूसरे बच्चे भी खूब पढ़कर नाम रोशन करें."
अनुराग मलिक के पिता प्रमोद मलिक ने कहा, "तैयारी बहुत ही सिस्टम से थी. हर विषय को क्लीयर करता था उसका कोई समय नहीं था पढ़ने का. हम कहते थे सो जा, लेकिन विषय क्लीयर होने तक वह नहीं सोता था. दो बेटे हैं मेरा बेटा प्रदेश का नाम रोशन करेगा. दूसरे बच्चों के लिए संदेश है मेहनत से पढ़ाई करें और परिणाम जरूर मिलेगा."
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