Failed Students of UP Board 10th 12th class options: उत्तर प्रदेश बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 27 जून 2020 को जारी कर दिया गया है. यूपी बोर्ड के हाईस्कूल (10वीं) का रिजल्ट 83.31% और इंटरमीडिएट (12वीं) का रिजल्ट 74.63% रहा. जो कि पिछले साल की तुलना में बेहतर रहा है. जो स्टूडेंट्स इसा साल कक्षा 10वीं/कक्षा 12वीं की परीक्षा में पास हो गए हैं वे काफी खुश हैं लेकिन जो स्टूडेंट्स 10वीं/कक्षा 12वीं की परीक्षा में फेल हो गए हैं उन्हें भी निराश होने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि अभी भी उनके पास ऐसे ऑप्शन है जिसके जरिए वे पास हो सकते हैं.
यूपी बोर्ड 10वीं में फेल के लिए ये हैं ऑप्शन
वे स्टूडेंट्स जो यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में फेल हो गए हैं उनके लिए पास होने के दो ऑप्शन हैं.
- इम्प्रूवमेंट परीक्षा के द्वारा
- कंपार्टमेंट परीक्षा के द्वारा
इम्प्रूवमेंट परीक्षा के द्वारा: इम्प्रूवमेंट परीक्षा उन स्टूडेंट्स के लिए होती है जो उनके द्वारा लिए गए 6 विषयों में से किसी एक विषय में फेल हैं. वे फेल हुए विषय में इम्प्रूवमेंट परीक्षा देकर पास हो सकते हैं.
कंपार्टमेंट परीक्षा के द्वारा: वे स्टूडेंट्स जो 6 विषय में से किसी दो विषय में फेल हैं वे कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
इस साल यूपी बोर्ड 10वीं कक्षा की परीक्षा के लिए कुल 3024480 स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन हुआ था. इनमें से 2772656 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे. परीक्षा में शामिल हुए कुल स्टूडेंट्स में से 2309802 स्टूडेंट्स पास हुए हैं. यूपी बोर्ड 10वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल हुए 2772656 परीक्षार्थियों में से 327663 परीक्षार्थी अंक सुधार के लिए इम्प्रूवमेंट परीक्षा दे सकते हैं क्योंकि ये सभी विद्यार्थी किसी एक विषय में फेल हो गए हैं. जबकि 711 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिन्हें पास होने के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होगी.
हाईस्कूल के स्टूडेंट्स जो अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं हैं वे स्क्रूटनी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. स्टूडेंट्स 22 जुलाई तक स्क्रूटनी के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
यूपी बोर्ड 10वीं में फेल के लिए ये हैं ऑप्शन
यूपी बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा में स्टूडेंट्स को पांच विषयों की परीक्षा देनी पड़ती है. स्टूडेंट्स इनमें से 4 विषय में पास है और एक विषय में फेल तो उसका रिजल्ट फेल होगा, लेकिन स्टूडेंट्स चाहे तो वह उस विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा पास कर 12वीं कक्षा पास हो सकता है. और वह अगले साल 12वीं की परीक्षा देने से बच सकता है. स्टूडेंट्स ध्यान रखें कि हिंदी में 12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा नही ली जाएगी. जो स्टूडेंट्स हिंदी में फेल होगा. उसे फाइनल रूप से फेल माना जायेगा.
नोट: 10वीं और 12वीं के हर परीक्षार्थी के पास उत्तर पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन कराकर अंक व परिणाम की श्रेणी बदलाने का मौका है.
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