यूपीएससी पास करने वाले कैंडिडेट्स का पसंदीदा सब्जेक्ट कौन-सा, लेकिन इन विषयों के उम्मीदवार ज्यादा होते हैं कामयाब?
संघ लोक सेवा आयोग की ओर से हाल ही में सिविल सर्विस एग्जाम 2023 के परिणाम जारी किए गए हैं. जिनसे साफ जाहिर होता है कि सोशियोलॉजी को चुनने वाले कैंडिडेट्स का पास परसेंटेज काफी अच्छा है.
UPSC Candidates Favorite Subject: यूपीएससी की तैयारी में जुटे युवाओं के सामने हमेशा मुख्य परीक्षा में विषय के चयन की मुश्किल बनी रहती है. हर परीक्षार्थी सोचता है कि साइंस का कोई विषय चुनकर सफलता के झंडे गाड़े या मानविकी के पंरपरागत विषयों पर भरोसा जताएं. इस बार यूपीएससी के नतीजों पर गौर करने से ऐसे तमाम परीक्षार्थियों को अपना मुख्य विषय चुनने में मदद मिल सकती है जो इस असमंजस से बाहर नहीं निकल पा रहे.
इस बार हर बार की तरह मानविकी के विषयों जैसे सोशियोलॉजी, जियोग्राफी और पॉलिटिकल साइंस को चुनने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सबसे ज्यादा रही है. हालांकि यह महत्वपूर्ण है कि कम संख्या में होने के बावजूद साइंस और तकनीकी से जुड़े विषयों को चुनने वालों की सफलता दर मानविकी से ज्यादा है.
हाल ही में आए यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2023 के नतीजों से साफ हो गया है कि सोशियोलॉजी को मुख्य विषय के रूप में चुनने वाले उम्मीदवारों का प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा है. टॉप 20 उम्मीदवारों में से पांच ने सोशियोलॉजी को मुख्य विषय के रूप में चुना था. लेकिन अगर बात सफलता दर की हो तो इसमें ह्युमैनिटीज के विषय कुछ पिछड़ जाते हैं. इस बार मेडिकल, इंजीनियरिंग, कॉमर्स आदि विषयों को मुख्य विषय के रूप में चुनने वालों की सफलता की दर 15 प्रतिशत के करीब रही है जो ह्यूमैनिटीज के विषयों की तुलना में दो गुने से भी ज्यादा है.
एक रिपोर्ट के अनुसार जिन 5 सब्जेक्ट में उम्मीदवार सबसे अधिक अप्लाई करते हैं, उनमें सोशियोलॉजी में सफल होने वाले अभ्यर्थियों का प्रतिशत सबसे अधिक है. बीते 10 सालों के रिकॉर्ड की बात की जाए तो इस सब्जेक्ट के साथ आवेदन करने वाले 8 फीसदी से लेकर 11.7 फीसदी उम्मीदवार सफल हुए हैं.
वहीं, इसके बाद सबसे पसंदीदा सब्जेक्ट में ज्योग्राफी का नाम आता है और उसके बाद पॉलिटिकल साइंस उम्मीदवारों को फेवरेट विषय बना. ज्योग्राफी की बात करें तो गुजरे 10 सालों में सबसे अधिक छात्र इसी से आए हैं. जिनकी कामयाबी दर 3.4 प्रतिशत से लेकर 7.3 प्रतिशत तक है. जबकि पॉलिटिकल साइंस का सफलता दर 8 फीसदी से 10 फीसदी के मध्य है.
हिस्ट्री को किया जाता था पसंद
रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2015 तक हिस्ट्री को भी उम्मीदवार काफी पसंद करते थे. अब सफलता का दर 5 फीसद तक था. इसके अलावा गुजरे 10 साल में यूपीएससी एग्जाम इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स बढ़े हैं. इनमें से करीब 50 फीसदी एंथ्रोपोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस जैसे ह्यूमैनिटीज सब्जेक्ट्स को वैकल्पिक विषय बनाकर सफल रहे हैं. अगर मेडिकल साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, लॉ व कॉमर्स की सफलता दर 15-20 प्रतिशत के मध्य है. वहीं, इन सब्जेक्ट्स के साथ एग्जाम देने वाले अभ्यर्थी बाकी की तुलना में कम हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े?
सब्जेक्ट | 2021 | 2022 | 2023 |
ज्योग्राफी | 1 | ||
सोशियोलॉजी | 4 | 2 | 6 |
पब्लिक एडमिन | 1 | ||
एंथ्रोपोलॉजी | 1 | 5 | 2 |
पॉलिटिकल साइंस | 5 | 3 | 3 |
हिस्ट्री | 1 | 1 | 1 |
लॉ | 1 | 1 | |
मेडिकल साइंस | 2 | ||
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | 1 | 2 | |
मैथमेटिक्स | 2 | 1 | 3 |
इकोनॉमिक्स | 2 | 2 | 1 |
कॉमर्स | 1 | ||
फिजिक्स | 1 | ||
हिंदी साहित्य | 1 |
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