यूपीएससी की तैयारी रणनीति बनाकर करनी पड़ती है. किस विषय को कितना वक्त देना है, कौन सा विषय आपको ज्यादा पढ़ने की जरूरत है, किस विषय को विश्लेषण के साथ पढ़ना है और किस पर सरसरी नज़र डालनी है इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए तैयारी करते हैं तो काफी हद तक परीक्षा में सफल होने की संभावना है. आज हम आपको ऐसी ही छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं जो आपको तैयारी करते वक्त बिल्कुल नहीं करनी है.


खबरों से बनाएं नाता


इसमें कोई शक नही कि IAS की तैयारी के लिए न्यूज़ चैनल,अखबार, मैगजीन पढ़ना बहुत जरूरी है. क्योंकि प्री और मेन एग्जाम का एक बड़ा हिस्सा कहीं न कहीं इन्हीं सब से संबंधित होता है इसके अलावा इंटरव्यू में भी अक्सर वही सवाल पूछे जाते हैं जो सुर्खियों में बने रहते हैं. करेंट अफेयर्स, विचारों और विषय के विश्लेषण करने के लिए ये सभी बहुत जरूरी है. लेकिन साथ ही आपको ये भी ध्यान देना है कि कहीं आप जरूरत से ज्यादा वक्त तो नहीं दे रहे. महत्वपूर्ण कानून, सरकार की नीतियां, पर्यावरण से जुड़े विषय, कल्याणकारी योजनाओं, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दे पर ध्यान दें.


एक विषय पर कई किताबों से पढ़ना


बाजार में UPSC की तैयारी के लिए एक से एक अच्छी किताबें और नोट्स मौजूद हैं हर विषय पर अलग-अलग लेखक की आपको सैकड़ों किताबें मिल जाएंगी, ऐसे में आपके लिए सही किताब का चुनाव करना सबसे महत्वपूर्ण है. इसके अलावा छात्र एक ही विषय पर अलग-अलग किताबों से पढ़ाई करते हैं जिससे आपकी जानकारी तो बढ़ेगी लेकिन उस विषय का विश्लेषण करने की क्षमता पैदा नहीं हो सकती और यूपीएसी की परीक्षा में आपको विषय की पूरी जानकारी के साथ विश्लेषण और व्याख्या करने की क्षमता को भी विकसित करना है. इसलिए एक ही विषय पर कई किताबों को पढ़ना सिर्फ समय का दुरुपयोग ही कहा जाएगा और सलाह है कि एक ही किताब का बार बार अध्ययन करें.


पढ़ा बहुत लेकिन लिखा नहीं 

कई बार छात्रों को आपने ये कहते सुना होगा कि पेपर तो पूरा आता था लेकिन वक्त नहीं था. ऐसा अक्सर तब होता है जब आप सिर्फ और सिर्फ किताबों के पढ़ाई करते हैं उसे लिखते नहीं है आपको पता नहीं चलता कि इस उत्तर को आप कितने वक्त में लिख पाएंगे और सिविल सेवा परीक्षा सिर्फ ज्ञान की परीक्षा नहीं बल्कि उम्मीदवार के सोचने समझने की क्षमता, विश्लेषण करने की क्षमता, तार्किक क्षमता और परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट की भी परीक्षा होती है. इसके लिए आपकी लेखन क्षमता अच्छी होनी चाहिए. प्री एग्जाम में वैकल्पिक प्रश्न आते है लेकिन आपको प्रश्न के विकल्पों को संबद्ध करने, कई विकल्पों में से प्रश्न को संबद्ध करते हुए बहुवैकल्पिक प्रश्नों को हल करने में निपुण होना चाहिए. जबकि मेन एग्जाम में आपके लिखने की क्षमता 1500 शब्द प्रति घंटे से भी ज्यादा होनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि आप अपने लिखने की क्षमता और शैली को विकसित करें.


कोचिंग से ले सकते हैं मदद

IAS की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है, लेकिन सिर्फ कोचिंग के भरोसे पढ़ाई करना काफी नहीं है परीक्षा पास करने के लिए सेल्फ स्टडी भी बहुत जरूरी है. कोचिंग इंस्टीट्यूट आपको गाइड कर सकते हैं किस विषय को कैसे पढ़ना है. उसे सरल तरीके से आपको समझा सकते हैं आपको अभ्यास करा सकते हैं. लेकिन इस सबके बाबजूद आपको खुद भी पढ़ना पड़ेगा, क्योंकि आप परीक्षा में तब तक सफल नहीं हो सकते जब तक आप खुद कड़ी मेहनत नहीं करेंगे.


नींद कम, पढ़ाई ज्यादा 

कई बार छात्र और उनके माता पिता ये सोचते हैं कि ज्यादा वक्त पढ़ने से  हमारा बच्चा एग्जाम क्लीयर कर लेगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कई रिसर्च में ये सामने आया है कि अगर लंबे समय तक कम नींद ली जाए. तो इसका असर हमारे दिमाग पर पड़ता है इसलिए कहा जाता है अच्छी पढ़ाई के लिए भी कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद जरूरी है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि हम सुबह जो भी पढ़ते लिखते हैं वो हमारे दिमाग में लंबे वक्त तक रहता है. इसलिए जो मुश्किल विषय हों उन्हें सुबह पढ़ने की सलाह दी जाती है. जब दिमाग तरोताजा होता है तो पढ़ाई भी अच्छी तरह से होती है. हालांकि IAS की परीक्षा के लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है कई घंटों तक पढ़ना पड़ता है, लेकिन इसके लिए आप दिनचर्या के हर काम से थोड़ा थोड़ा वक्त निकालें और पढ़ाई करे. साथ ही इस बात की भी ख्याल रखें कि आप स्वस्थ होंगे, खुश होंगे तभी आपका पढ़ाई में भी मन लगेगा.




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