UPSC CSE 2023 Topper Tripti And Vivek: गोंडा जिले के दो होनहारों ने यूपीएससी परीक्षा में परचम लहराया है. जानते हैं कैसा रहा दोनों का यूपीएससी का सफर. पहले बात करते हैं तृप्ति की. गोंडा की रहने वाली 23 वर्षीय तृप्ति कलहंस ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा 2023 में ऑल इंडिया 199वीं रैंक हासिल करके गोंडा जिले का नाम रोशन किया है. तृप्ति कलहंस ने गोंडा जिले के फातिमा इंटर कॉलेज से अपनी प्रारंभिक परीक्षा की शुरुआत की थी और वे इंटर तक यहीं पढ़ी हैं. इंटर की परीक्षा पास होने के बाद तृप्ति कलहंस दिल्ली गईं जहां पर उन्होंने दिल्ली के कमला नेहरू कॉलेज से स्नातक तक पढ़ाई पूरी की. स्नातक की पढ़ाई करने के बाद तृप्ति कलहंस ने सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
पांचवीं बार में मिली सफलता
चार बार तृप्ति कलहंस को सफलता नहीं मिली लेकिन पांचवीं बार तृप्ति ने सफलता हासिल करते हुए ऑल इंडिया 199 पायी और अब वे आईएफएस बनेंगी. तृप्ति कलहंस के पिता नवरंग सिंह बैंक ग्राहक सेवा केंद्र संचालित करते हैं जहां पर लोगों के पैसे का आदान-प्रदान किया जाता है.
कहां की हैं तृप्ति
तृप्ति की मां नीरज सिंह गृहणी हैं उनका एक छोटा भाई भी है जो अभी कक्षा 12वीं में पढ़ रहा है. तृप्ति कलहंस मूलतः परसपुर विकासखंड के धौरहरा गांव की रहने वाली हैं लेकिन गोंडा जिले के आवास विकास कॉलोनी में उनका परिवार रहता है. वर्तमान में तृप्ति कलहंस दिल्ली में हैं. उनके पैतृक घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है.
विवेक सिंह ने किया गोंडा का नाम रोशन
गोंडा जिले का एक बार फिर से नाम रोशन हुआ है. नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत विश्नोहरपुर गांव के रहने वाले विवेक सिंह ने तीसरी बार में सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता हासिल की है और वे आईपीएस बनेंगे. विवेक सिंह को ऑल इंडिया 256 रैंक मिली है. विवेक सिंह अपने घर पर ही रहकर के 16- 17 घंटे पढ़ाई करते थे और पड़ोसी जिले फैजाबाद में जाकर लाइब्रेरी में भी पढ़ाई करते थे.
घर के इकलौते बेटे हैं विवेक
विवेक परिवार के इकलौते बेटे हैं, उनकी कोई बहन और या भाई नहीं है. अगर बात करें विवेक सिंह की प्रारंभिक पढ़ाई की तो विवेक ने कक्षा एक से लेकर इंटर तक की पढ़ाई फैजाबाद से की है. इंटर की पढ़ाई फैजाबाद से करने के बाद विवेक ने एनडीए परीक्षा की तैयारी की और दूसरी बार में एनडीए परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने ज्वाइन नहीं किया.
ऐसा रहा सफर
विवेक ने प्रयागराज से NIT की और पहले ही सफलता में सीडीएस की परीक्षा पास की लेकिन उसको भी विवेक ने ज्वाइन नहीं किया. इसके बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी. अपने घर पर ही रहकर विवेक 17- 18 घंटे रोज पढ़ाई करते थे और कभी कभी पड़ोसी जनपद फैजाबाद में जाकर लाइब्रेरी में भी पढ़ाई करते थे.
तीसरी बार में मिली सफलता
विवेक सिंह ने पहली बार सिविल सर्विसेज एग्जाम में प्री परीक्षा पास करके मेंस परीक्षा में सफलता नहीं पाई. दूसरी बार विवेक सिंह ने प्री, मेंस भी पास कर लिया था लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली और अब तीसरी बार तीनों पास करके विवेक सिंह ऑल इंडिया 256 वीं रैंक हासिल करके आईपीएस बनेगें.
परिवार का सिर किया ऊंचा
विवेक सिंह के पिता का नाम राजेश कुमार सिंह है और माता का नाम माया सिंह है. माता माया सिंह क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान अयोध्या में प्रधान सहायक के पद पर कार्यरत हैं. 24 साल के बेटे विवेक सिंह ने आईपीएस बनाकर अपने परिवार सहित पूरे गोंडा जिले का नाम रोशन किया है.
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