UPSC IAS Success Story: प्रत्येक वर्ष संघ लोक सेवा आयोग की यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) आयोजित करता है. इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या के मुकाबले में पास करने वाले अभ्यर्थी की संख्या बहुत ही कम होती है.
आज हम हरियाणा (Haryana) के बहादुरगढ़ की रहने वाली कनिका राठी के संघर्ष (UPSC Success Story) की कहानी बता रहे हैं, जिहोंने साल 2022 में यूपीएससी की परीक्षा में 64वीं रैंक प्राप्त की है. वह अपने स्कूल के दिनों से ही काफी मेधावी थीं. यूपीएससी की परीक्षा की पढ़ाई के लिए उन्होंने यूट्यूब पर ट्यूटोरियल्स की भी मदद ली.
64वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस
कनिका राठी (IAS Kanika Rathi) ने दो बार की असफलता के बाद यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए केंद्रीय मंत्रालय की सरकारी नौकरी तक छोड़ दी. वह 2022 में यूपीएससी परीक्षा में 64वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनीं. आईएएस कनिका राठी ने 12वीं पास करने के बाद दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से बीएससी किया और अशोका यूनिवर्सिटी से लिबरल स्टडीज में पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया है.
नौकरी से दिया स्तीफा
2016 और 2017 की परीक्षा में असफल होने के बाद कनिका ने सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर दी थी. 2019 में कनिका राठी को गृह मंत्रालय में नौकरी मिल गई. पटना के आईबी विभाग में कुछ समय तक सरकारी नौकरी करने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. फिर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की और 2022 में उन्होंने परीक्षा में 64 वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनीं. कनिका राठी के पिता इंजीनियर हैं और उनकी मां शिक्षिका है. उनके चाचा झज्जर के चिकित्सा विभाग में वरिष्ठ चिकित्सक हैं.
रिवीजन है जरूरी
आईएएस कनिका राठी को पेंटिंग करने का शौक है. यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के दौरान वह दिन में 5 से 6 घंटे पढ़ाई करती थीं. कनिका का मानना है कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवार को अच्छे से रिवीजन करना चाहिए.
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