IAS Success Story: पढ़ाई में तेज कार्तिक ने ऐसे तय किया आईपीएस से आईएएस तक का सफर
UPSC Success Story: कार्तिक का कहना है कि आईएएस बनने के लिए हार्ड वर्क से ज्यादा स्मार्ट वर्क जरूरी है. कार्तिक बचपन से पढ़ाई में तेज रहे हैं.
UPSC IAS Success Story: आईएएस की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में हमेशा एक ललक होती है. उनमें एक ऐसी इच्छा शक्ति जो हर उम्मीदवार को परीक्षा के लिए प्रेरित करती है और उनमें कभी ना हार मानने वाला जज्बा पैदा कर देती है. कुछ इसी प्रकार की कहानी है गुजरात के कार्तिक जीवाणी (Kartik Jivani) की. जिन्होंने अपने आईएएस (IAS) बनने के सपने को साकार किया और कभी भी लक्ष्य से समझौता नहीं किया.
आईपीएस बनने के बाद भी नहीं छोड़ा सपना
कार्तिक कई असफल प्रयासों के बाद भी आईएएस के लिए रैंक हासिल नहीं कर पाए. जिसके चलते उन्होंने आईपीएस (IPS) की पोस्ट को चुन लिया. लेकिन कार्तिक के अंदर आईएएस (IAS) बनने की ललक कभी भी कम नहीं हुई. उन्होंने अपने ज्वाइनिंग के बाद भी तैयारी जारी रखी और आईएएस की परीक्षा निकाल ली. कार्तिक की तैयारी और नौकरी के बीच में कई सारी दिक्कतें आई, लेकिन उन्होंने हर मुश्किल का सामना डट के किया और अपना सपना पूरा कर लिया.
2 रैंक से चूक गए थे कार्तिक
अपने दूसरे ही प्रयास में कार्तिक ने टॉप 100 के अंदर रैंक हासिल की. हालांकि वह 2 स्थान के अंतर से आईएएस नहीं बन पाए और उन्हें आईपीएस की पोस्ट से संतोष करना पड़ा. कार्तिक ने आईपीएस की ट्रेनिंग तो शुरू कर दी लेकिन यूपीएससी परीक्षा की तैयारी जारी रखी. कार्तिक ने साल 2020 में चौथा प्रयास किया और इस बार उन्हें यूपीएससी में 8वीं रैंक हासिल हुई.
गुजरात बोर्ड से की थी पढ़ाई
कार्तिक ने अपनी 8 वीं कक्षा की पढ़ाई गुजराती मीडियम से की थी. उन्होंने आईआईटी की परीक्षा निकाल कर मुंबई से इंजीनियरिंग में स्नातक हासिल किया और सिविल परीक्षा की और रुख किया. कार्तिक हमेशा से पढ़ाई में एक होनहार छात्र रहे, जिसका परिणाम उनके हक में रहा.
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