UPSC IAS Success Story: अगर कुछ कर दिखाने का जज्बा है तो व्यक्ति क्या कुछ नहीं कर सकता. यहां हम एक ऐसे IAS अधिकारी की कहानी बता रहें हैं जो किसी भी फिल्म से कम नहीं लगती. एक ऐसा ईमानदार अधिकारी जिसने अपना फर्ज निभाने के लिए 7 गोलियां भी खाई, लेकिन कभी भी एक कदम पीछे की और नहीं लिया. यह कहानी है रिंकू राही (Rinku Rahi) की. उनका पीसीएस से आईएएस तक सफर अपने आप में प्रेरणा का प्रतीक है. यूपीएससी (UPSC) के हर छात्र को रिंकू राही (Rinku Rahi) की यह कहानी ज़रूर पढ़नी चाहिए.


कैसे की शुरुआत?
रिंकू राही ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद पीसीएस की परीक्षा (PCS Exam) अच्छे अंको से पास की. जिसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया. रिंकू को पता चला कि उस समय छात्रवृत्ति को लेकर काफी बड़े घोटाले को बाहुबली अंजाम दे रहे थे. जिसके चलते रिंकू ने उनका पर्दाफाश किया और घोटाला सबके सामने ला कर रख दिया. बाहुबलियों ने बदला लेने के खातिर रिंकू पर 7 गोलियां चला दी. जिसके बाद रिंकू की एक आंख की रोशनी और एक कान की सुनने की शक्ति चली गई.


कभी नहीं मानी हार
रिंकू ने साल 2021 में यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) में भाग लिया. जब परिणाम आय तो रिंकू ने 683 वीं रैंक हासिल की. सभी विपरीत परिस्थितियों से परे रिंकू ने कभी भी हार नहीं मानी. अंत: रिंकू आईएएस अधिकारी भी बने और अपने कर्तव्य के लिए हमेशा देते रहें. रिंकू बताते हैं कि छात्रवृत्ति का उनके जीवन में काफी बड़ा योगदान था. अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई वह छात्रवृति के सहारे ही पूरे कर पाए थे और इसी वजह से बाहुबलियों द्वारा किए गए घोटाले को अपनी जान पर खेलकर खत्म किया.


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