UPSC IAS Success Story: यूपीएससी सक्सेस स्टोरीज की सीरीज के क्रम में आज एबीपी न्यूज़ आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहा है. जिसने आईएएस (IAS) की नौकरी पाने के लिए अपनी नौकरी तक छोड़ दी. हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र कैडर के आईएएस अधिकारी विनायक महामुनि (Vinayak Mahamuni) की.
प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा (UPSC Exam) में पास होकर सिविल सेवक बनने का ख्वाब देखते हैं, लेकिन उनमें से कुछ उम्मीदवार ही इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं. कुछ उम्मीदवार तो 1 या 2 प्रयास में विफल हो जाने पर हार ही मान लेते हैं. तो कुछ उम्मीदवार ऐसे होते हैं, जो अपने आखिरी एटेम्पट तक लगातार मेहनत करते रहते हैं और अंत परीक्षा में सफलता पाते हैं. ऐसे ही कुछ है महाराष्ट्र कैडर के आईएएस अफसर विनायक। जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाने के लिए जी तोड़ मेहनत की और कई प्रयासों में असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी और वह आईएएस अधिकारी बने.
प्रीलिम्स परीक्षा में 3 बार मिली निराशा
आपको बता दें कि आईएएस विनायक महामुनि महाराष्ट्र के ही लातूर जनपद (Latur District) से आते हैं. वर्ष 2012 में उन्होंने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की. उन्होंने अमेरिकन मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी आईबीएम (IBM) में जॉब की. लेकिन यूपीएससी की तैयारी के लिए विनायक ने नौकरी छोड़ दी. लेकिन कई बार प्रयास करने के बाद भी परीक्षा में सफल नहीं हो सके. वह इस परीक्षा में 3 बार तो प्रीलिम्स परीक्षा तक क्लियर नहीं कर सके.
परिजनों ने बढ़ाया हौसला
बार-बार फेल होने के कारण वह हताश होने लगे थे, लेकिन उनके परिजनों और दोस्तों ने उन्हें परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद विनायक ने अपने चौथे एटेम्पट में यूपीएससी प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा पास की लेकिन वह इंटरव्यू पास करने में असफल रहे. इसके बाद उन्होंने एक बार फिर प्रयास किया और साल 2020 में अपने 5वें एटेम्पट में विनायक ने 95 वीं रैंक हासिल की और आईएएस बनने के सपने को पूरा किया.
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