UPSC Success Story: आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब थी. जिसके चलते घर पर ट्यूटशन पढ़ाना शुरू किया. सीडीएस से लेकर हरियाणा पीसीएस तक तमाम एग्जाम दिए. पिता की तबीयत इतनी खराब हो गई कि आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा. डिप्रेशन का दंश झेला, यहां तक की सुसाइड का ख्याल भी दिमाग में आने लगा. ना कोई दोस्त और ना ही कोई अपना जो स्पोर्ट करता. लेकिन मन में बस परिवार का सहारा बनने का जुनून था. जिसके चलते तस्कीन खान ने कई प्रयासों में असफलता के बाद यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल की और अफसर बनीं.


तस्कीन खान, जिन्होंने एक समय मिस उत्तराखंड का खिताब जीता था, अब देश सेवा के मिशन पर हैं. उन्होंने साल 2022 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 736 वीं रैंक हासिल की है. यह सफलता उन्हें कम उम्र में मिली और यह कई युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है. तस्कीन का कहना है कि उन्हें शुरू से ही पढ़ाई में बहुत रुचि नहीं थी और खासकर गणित से उन्हें काफी डर लगता था. लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है. उन्होंने कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा में साइंस स्ट्रीम से 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए थे.


एक इंटरव्यू में तस्कीन खान बताती हैं कि 12वीं के वक्त उन्होंने इंजीनियरिंग का एंट्रेंस एग्जाम दिया था लेकिन आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि वह उस समय कोई कॉलेज ज्वाइन नहीं कर सकीं. 2018 में परिवार मेरठ आ गया. घर की बड़ी बेटी होने के कारण काफी जिम्मेदारी उनके ऊपर थी. 2019 से सरकारी नौकरी के लिए तैयारी शुरू की जिसकी तैयारी में लगने वाले पैसे के लिए घर पर ही ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया. एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए यूपीएससी के बारे में पता चलता है.


2022 में परीक्षा की पास 


इसके बाद तस्कीन यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में जुट जाती हैं. 2019 में हाई कमेटी ऑफ इंडिया का एग्जाम पास कर स्कॉलरशिप हासिल की. तैयारी करने के बाद पहला पेपर तो पास हो गया लेकिन कमजोर गणित की वजह से अगले पेपर में पास नहीं हो सकीं. फिर जामिया मिल्लिया इस्लामिया का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया. वहां से कोचिंग ली. इसके बाद उन्होंने कई अलग-अलग परिक्षाएं भी दीं.  साल 2022 में जब यूपीएससी प्रीलिम्स नजदीक आ गया तो पिता की तबियत इतनी बिगड़ की उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा.


आत्महत्या के ख्याल


तस्कीन खान ने काफी असमंजस के बाद परीक्षा दी और प्रिलिम्स में सफलता भी हासिल की. लेकिन मेंस परीक्षा बाकि थी जिसकी तैयारी के दौरान काफी दिक्कतें आईं, जिनके चलते आत्महत्या तक के ख्याल दिमाग में आने लगे. लेकिन उन सब परेशानियों से खुद को उभारा और एग्जाम क्रैक किया. आज तस्कीन IRMS अफसर हैं.  


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