UPSC Result: पिता की हत्या भी नहीं तोड़ पाई हौसला, UPSC में हासिल किया 368वां रैंक, जानें बिजनौर की 3 बेटियों की सफलता की कहानी
Bijnor Three Daughters Made Their District Proud: बिजनौर तीन बेटियों ने यूपीएससी में कामयाबी हासिल कर ये बता दिया कि लड़कियां किसी से कम नहीं. उन्होंने लड़कियों को कम आंकने वालों की आंखें भी खोल दी हैं.
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Bijnor's UPSC Topper Daughters: इस साल सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि लड़कियां भी किसी से कम नहीं. देश में इतनी प्रगति और विकास होने के बाद भी जो लोग लड़कियों को पढ़ाने से गुरेज करते हैं. उनके लिए यूपीएससी (UPSC) का रिजल्ट एक सबक की तरह है. यूपी के बिजनौर की रहने वाली तीन बेटियों ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर जिले का नाम ही नही बल्कि देश का नाम भी रोशन किया है. बिजनौर की श्रुति शर्मा ने यूपीएससी में ऑल ओवर इंडिया में पहली रैंक पाई है तो स्मृति भारद्वाज (Smriti Bhardwaj) ने 176 वी रैंक हासिल की है. तीसरी डाक्टर शुमायला चौधरी ने 368 वी रैंक हासिल की है.
यूपीएससी रिजल्ट के बाद थम नहीं रहा बधाई का सिलसिला
रिजल्ट आने के बाद बिजनौर की तीनो बेटियों के घर पर मुबारकबाद देने वालों का तांता लग गया है. उनके घरों में लोग एक- दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जता रहे हैं. साल 2021 यूपीएससी में बिजनौर से तीन बेटियों ने बाजी मारी है. यहां के चांदपुर कस्बा बास्टा के रहने वाली श्रुति शर्मा (Shruti Sharma) यूपीएससी की परीक्षा में पहले स्थान पाया है. श्रुति ने अपनी पढ़ाई दिल्ली से की है. घर में माता पिता और भाई है. उनकी मां होममेकर हैं, जबकि पिता जी दिल्ली में एक निजी स्कूल चलाते हैं. बिजनौर की इस होनहार बेटी श्रुति ने ऑल ओवर इंडिया में पहली रैंक लाकर न सिर्फ बिजनौर जनपद बल्कि देश का नाम रोशन किया है.
उधर बिजनौर के ही साहित्य विहार कॉलोनी की रहने वाली स्मृति भारद्वाज (Smriti Bhardwaj) ने तीसरे प्रयास में 176 वी रैंक हासिल की है. तो वही बिजनौर के कस्बा सहसपुर की रहने वाली डॉक्टर शुमायला चौधरी (Shumaila Chaudhry) ने तीसरे प्रयास में 368 वी रैंक हासिल की है. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिजनौर से ली है.
इसी बीच शुमायला ने मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली से नीट क्लियर कर डॉक्टर बनीं. उनके पिता की साल 2012 में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पिता के मर्डर के बाद शुमायला ने अपने पापा का सपना पूरा करने के लिए खूब मेहनत कर मुकाम ये हासिल किया. उनके के परिवार में मां व दो भाई व दो बहनें हैं. वह सबसे छोटी है. डॉ. शुमायला चौधरी और यूपीएससी टॉपर श्रुति शर्मा से गहरी दोस्ती भी है.
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