कितने पढ़े-लिखे हैं IAS विजय किरन आनंद? जानें कैसा रहा अफसर बनने के बाद का सफर
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. महाकुंभ में भगदड़ के बाद डीएम का नाम की भी चर्चा तेज हो गई है. आइए हम आपको बताते हैं कौन हैं ये DM.
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प्रयागराज में इस व्यक्त दो DM काम कर रहे हैं. इसमें एक आईएएस अधिकारी प्रयागराज जिले का मोर्चा संभाले हैं वहीं प्रयागराज में ही एक अस्थाई शहर का निर्माण किया गया है जिसे नाम दिया गया है 'महाकुंभ मेला जिला'. इसके लिए एक अलग आईएएस को DM बनाया गया है. आज हम आपको ऐसे ही सक्सेस स्टोरी बताने जा रहे हैं. हम आपके लिए एक खास सीरीज 'सक्सेस मंत्रा' लेकर आए हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं आईएएस विजय किरण आनंद, जो उत्तर प्रदेश कैडर के 2009 बैच के अधिकारी हैं.
IAS से पहले CA थे विजय
विजय किरण आनंद ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत बागपत, उत्तर प्रदेश में उप-जिला मजिस्ट्रेट (SDM) के रूप में की थी, जहां उन्होंने दो साल तक कार्य किया. बेंगलुरु में जन्मे विजय किरण आनंद ने चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में प्रवेश किया. इसके बाद, उन्होंने बाराबंकी जिले में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने ग्रामीण विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और कल्याण योजनाओं पर जोर दिया.
कई जिलों में रह चुके हैं DM
विजय किरण आनंद ने उत्तर प्रदेश में कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट (DM) के रूप में कार्य किया, जैसे मैनपुरी, उन्नाव, फिरोजाबाद, वाराणसी, शाहजहांपुर और गोरखपुर. इन पदों पर रहते हुए उन्होंने स्थानीय चुनौतियों का समाधान खोजने, सक्रिय प्रशासन और नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए पहचान बनाई. गोरखपुर के DM के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान कई योजनाओं को शुरू कराया, जिसके चलते जिले के प्रशासन को बेहतर बनाया जा सका.
पहले भी कई धार्मिक आयोजनों में निभा चुके हैं महत्वपूर्ण भूमिका
2017 में उन्होंने माघ मेला के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जहां उनकी प्लैनिंग और मैनेजमेंट की सराहना हुई. 2019 में उन्हें अर्ध कुंभ मेला के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई, जहां उन्होंने इसकी योजना और इम्प्लीमेंटेशन में शानदार कार्य किया. अब, महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए उन्हें मेला अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है.
पीएम मोदी से हो चुके हैं सम्मानित
2020 में उन्हें प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार मिल चुका है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नागरिक सेवा दिवस पर एक ममेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया था.
शिक्षा के क्षेत्र में भी दिया योगदान
विजय किरण आनंद ने शिक्षा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक, बेसिक शिक्षा में विशेष सचिव और स्कूल शिक्षा के निदेशक के रूप में कार्य किया है. उनकी पहल से स्कूलों में पोषण स्तर में सुधार हुआ और शिक्षा के परिणाम बेहतर हुए.
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