एक्सप्लोरर

दुनिया में कहां सबसे कम खर्च में कर सकते हैं LLB, किन-किन देशों में मान्य होती है यह डिग्री?

सस्ती और गुणवत्तापूर्ण LLB डिग्री चाहते हैं? जानें वे देश जहां कम खर्च में कानूनी पढ़ाई संभव है और आपकी डिग्री कहां मान्य होगी! सही विकल्प चुनने के लिए यह गाइड जरूर पढ़ें!

कानून की पढ़ाई दुनिया भर में एक सम्मानित और लाभदायक करियर विकल्प है. लेकिन इसकी महंगी फीस कई छात्रों के लिए बड़ी चुनौती बन जाती है. अच्छी खबर यह है कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां आप कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण कानूनी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. आइए जानें कि कौन से देश LLB डिग्री के लिए सबसे किफायती विकल्प प्रदान करते हैं और यह डिग्री किन देशों में मान्य है.

भारत में कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाली कानूनी शिक्षा 

भारत कानूनी शिक्षा के लिए दुनिया के सबसे किफायती देशों में से एक है. यहां कई सरकारी और निजी विश्वविद्यालय LLB कार्यक्रम प्रदान करते हैं जिनकी फीस अन्य देशों की तुलना में काफी कम है. 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के फैकल्टी ऑफ लॉ में पूरे कोर्स की फीस मात्र 52,000 रुपये है. दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी तुलनात्मक रूप से कम फीस में LLB कार्यक्रम उपलब्ध हैं. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU) जैसे प्रीमियम संस्थानों में फीस अधिक हो सकती है, लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय मानकों की तुलना में काफी कम है.

यूके में प्रतिष्ठित कानूनी शिक्षा के लिए किफायती विकल्प

यूनाइटेड किंगडम में कई विश्वविद्यालय ऐसे हैं जो अपेक्षाकृत कम लागत पर LLB कार्यक्रम प्रदान करते हैं. विशेष रूप से, यूके के कई विश्वविद्यालयों को भारतीय बार काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त है, जिससे भारतीय छात्रों के लिए यह एक लोकप्रिय विकल्प बन जाता है. यूके में LLB की फीस अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की तुलना में कम होती है, और कई विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति भी प्रदान करते हैं.

कनाडा में उच्च गुणवत्ता वाली कानूनी शिक्षा का वहनीय विकल्प

कनाडा में भी कई विश्वविद्यालय किफायती LLB कार्यक्रम प्रदान करते हैं. यहां की फीस आमतौर पर 14,000 से 28,000 कनाडाई डॉलर के बीच होती है, जो अमेरिका की तुलना में काफी कम है. कनाडा में कानूनी शिक्षा की गुणवत्ता उच्च है और यहां से प्राप्त डिग्री को कई देशों में मान्यता मिलती है. हालांकि, भारतीय छात्रों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि कनाडा में प्रैक्टिस करने के लिए अतिरिक्त योग्यताओं की आवश्यकता हो सकती है.

अन्य किफायती विकल्प 

मलेशिया: मलेशिया में कई विश्वविद्यालय अपेक्षाकृत कम लागत पर LLB कार्यक्रम प्रदान करते हैं और यहां की डिग्री को कई अन्य देशों में मान्यता प्राप्त है.

दक्षिण अफ्रीका: दक्षिण अफ्रीका में कानूनी शिक्षा की लागत कम है और यहां के कई विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त LLB कार्यक्रम प्रदान करते हैं.

किन देशों में मान्य है LLB डिग्री?

LLB डिग्री की मान्यता देश से देश में भिन्न होती है. कुछ प्रमुख देशों में इसकी मान्यता इस प्रकार है:

भारत: भारत में LLB डिग्री को मान्यता प्राप्त है, लेकिन विदेशी विश्वविद्यालयों से प्राप्त डिग्री को बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए. मान्यता प्राप्त करने के बाद, आप भारत में वकालत कर सकते हैं.

यूके: यूके में LLB डिग्री को मान्यता प्राप्त है और यहां से प्राप्त डिग्री को कई कॉमनवेल्थ देशों में भी मान्यता मिलती है.

कनाडा: कनाडा में विदेशी कानून डिग्री धारकों को कनाडाई कानून का अभ्यास करने के लिए या तो रूपांतरण प्रक्रिया से गुजरना होगा या कनाडाई कानूनी योग्यता प्राप्त करनी होगी.

अमेरिका: अमेरिका में विदेशी LLB डिग्री धारकों को अमेरिकी बार परीक्षा में बैठने से पहले अतिरिक्त योग्यता (जैसे LLM) प्राप्त करनी होगी.

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया में विदेशी LLB डिग्री धारकों को स्थानीय कानून के अभ्यास के लिए अतिरिक्त योग्यता प्राप्त करनी होगी.

सिंगापुर: सिंगापुर में विदेशी LLB डिग्री धारकों को स्थानीय कानून परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी.

क्या ध्यान रखें

  • फीस के अलावा रहने और खाने का खर्च भी शामिल करें
  • विदेशी डिग्री को अपने देश में मान्यता मिलने की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त करें
  • छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता के विकल्पों की जांच करें
  • भाषा की आवश्यकताओं को समझें
  • कोर्स की अवधि और संरचना का अध्ययन करें

यह भी पढ़ें: बरेली की लेडी सिंघम को मिला वुमेन ऑइकन अवार्ड, बिना कोचिंग के पाई थी 136वीं रैंक, जानिए उनकी कहानी

Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI

और देखें
Advertisement
Advertisement
Tue Mar 18, 11:42 am
नई दिल्ली
30°
बारिश: 0 mm    ह्यूमिडिटी: 32%   हवा: WNW 14.3 km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

तुलसी गबार्ड ने हिंदुओं के उत्पीड़न पर खोली बांग्लादेश की पोल तो भड़क गए मोहम्मद यूनुस, बोले- यह सच्चाई...
तुलसी गबार्ड ने हिंदुओं के उत्पीड़न पर खोली बांग्लादेश की पोल तो भड़क गए मोहम्मद यूनुस, बोले- यह सच्चाई...
मैनपुरी दलित हत्याकांड में 44 साल बाद आया फैसला, 24 लोगों के खून के 3 दोषियों को फांसी की सजा
मैनपुरी दलित हत्याकांड में 44 साल बाद आया फैसला, 24 लोगों के खून के 3 दोषियों को फांसी की सजा
शादी करने के लिए इन हिंदू एक्टर्स ने अपनाया था इस्लाम, प्यार की खातिर तोड़ दी थी धर्म की दीवार
शादी करने के लिए इन हिंदू एक्टर्स ने अपनाया था इस्लाम, प्यार की खातिर तोड़ दी थी धर्म की दीवार
आसान भाषा में समझें IPL 2025 का रिप्लेसमेंट नियम, कैसे और कब होता है लागू? पाकिस्तान से क्यों है विवाद
आसान भाषा में समझें IPL 2025 का रिप्लेसमेंट नियम, कैसे और कब होता है लागू? पाकिस्तान से क्यों है विवाद
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Nagpur Violence : नागपुर में हुई हिंसा पर चश्मदीदों का चौंकाने वाला खुलासा! | Aurangzeb Row | ABP NewsNagpur Violence : कहां से आए उपद्रवी, कैसे बिगड़ा माहौल, CCTV फुटेज ने खोल दी हिंसा की पूरी पोल! ABP NewsNagpur Violence : Uddhav Thackeray ने नागपुर हिंसा को लेकर कर दी बड़ी मांग | Aurangzeb Row  | ABP NewsNagpur Violence Breaking : नागपुर हिंसा में घायल हुए DCP ने बताया कैसे बिगड़ा था माहौल |Aurangzeb Row | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
तुलसी गबार्ड ने हिंदुओं के उत्पीड़न पर खोली बांग्लादेश की पोल तो भड़क गए मोहम्मद यूनुस, बोले- यह सच्चाई...
तुलसी गबार्ड ने हिंदुओं के उत्पीड़न पर खोली बांग्लादेश की पोल तो भड़क गए मोहम्मद यूनुस, बोले- यह सच्चाई...
मैनपुरी दलित हत्याकांड में 44 साल बाद आया फैसला, 24 लोगों के खून के 3 दोषियों को फांसी की सजा
मैनपुरी दलित हत्याकांड में 44 साल बाद आया फैसला, 24 लोगों के खून के 3 दोषियों को फांसी की सजा
शादी करने के लिए इन हिंदू एक्टर्स ने अपनाया था इस्लाम, प्यार की खातिर तोड़ दी थी धर्म की दीवार
शादी करने के लिए इन हिंदू एक्टर्स ने अपनाया था इस्लाम, प्यार की खातिर तोड़ दी थी धर्म की दीवार
आसान भाषा में समझें IPL 2025 का रिप्लेसमेंट नियम, कैसे और कब होता है लागू? पाकिस्तान से क्यों है विवाद
आसान भाषा में समझें IPL 2025 का रिप्लेसमेंट नियम, कैसे और कब होता है लागू? पाकिस्तान से क्यों है विवाद
रामलला का सूर्य तिलक देखने के लिए कैसे जा सकते हैं अयोध्या, बस-ट्रेन या कार कौन-सा तरीका सबसे अच्छा?
रामलला का सूर्य तिलक देखने के लिए कैसे जा सकते हैं अयोध्या, बस-ट्रेन या कार कौन-सा तरीका सबसे अच्छा?
बिहार के डीएनए से दबंगई है कि जाती नहीं, तेजप्रताप का कारनामा नहीं है अंतिम
बिहार के डीएनए से दबंगई है कि जाती नहीं, तेजप्रताप का कारनामा नहीं है अंतिम
मोमोज फैक्ट्री के फ्रीजर में मिला कुत्ते का कटा हुआ सिर, बौखला गए स्ट्रीट फूड खाने वाले यूजर्स
मोमोज फैक्ट्री के फ्रीजर में मिला कुत्ते का कटा हुआ सिर, बौखला गए स्ट्रीट फूड खाने वाले यूजर्स
UP Board Result 2025: UP बोर्ड ने कस ली क​मर, 19 मार्च से शुरू होगी कॉपियों की चेकिंग, अपनाई हाई-सिक्योरिटी रणनीति
UP बोर्ड ने कस ली क​मर, 19 मार्च से शुरू होगी कॉपियों की चेकिंग, अपनाई हाई-सिक्योरिटी रणनीति
Embed widget