फिल्मों में नौकरी के क्या-क्या मौके होते हैं? ये होती हैं जॉब प्रोफाइल्स और कोर्स
अगर आप फिल्म मेकिंग का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 10+2 पास होना चाहिए. इसके बाद अपनी पसंद का कोर्स करके फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बना सकते हैं.
Film Making: हर कोई फिल्मों के हीरो या हीरोइन की तरफ फेमस होना चाहता है. बहुत से लोग फिल्मों में काम करना चाहते हैं. एक फिल्म को बनाने में बहुत सी टीमों के लोगों की जरूरत होती है. फिल्म उद्योग काफी रोजगार पैदा करने वाला एक बड़ा उद्योग है. अगर मनोरंजन की इस दुनिया में आप भी अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले ये सुनिश्चित करें कि आप फिल्मों में कौन-सा कार्य करना चाहते है. क्योंकि, उसी आधार पर आपको संबंधित कौशल की जरूरत होगी. फिल्म मेकिंग से सम्बंधित बहुत से कोर्स हैं, जिन्हे आपको अपनी रुचि के हिसाब से चुनना होगा.
कोर्स से पहले करें इंटर्नशिप
अपनी पसंद का कोर्स करने के बाद, किसी अच्छे प्रोडक्शन हाउस में इंटर्नशिप कर लेनी चाहिए. क्योंकि, यहां आपको डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर्स आदि के साथ काम करने के साथ फिल्म मेकिंग का वास्तविक ज्ञान हासिल कर पाएंगे. साथ ही फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से आपका परिचय भी बढ़ेगा. अगर इंटर्नशिप के दौरान आपका परफॉर्मेन्स अच्छा रहा तो संभव है कि आपको उसी प्रोडक्शन हाउस में जॉब मिल जाए.
अगर आप फिल्म मेकिंग का कोर्स करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कम से कम 10+2 पास होना चाहिए. वहीं, पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स से पहले आपका ग्रेजुएट होना जरुरी है. बहुत से इंस्टिट्यूट, कॉलेज में एडमिशन मेरिट के आधार पर मिल जाता है, लेकिन कुछ अच्छे इंस्टिट्यूट में एडमिशन पाने के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है.
फिल्म मेकिंग के स्टेप्स
कोई भी फिल्म तीन चरणों में पूरी तरह बनकर तैयार होती है. पहला होता है प्री प्रोडक्शन, दूसरा प्रोडक्शन और तीसरा चरण है पोस्ट प्रोडक्शन. प्री प्रोडक्शन वाले चरण में फिल्म की शूटिंग और कहानी को लेकर काम होता है. इसके बाद प्रोडक्शन में फिल्म की शूटिंग होती है. तीसरे चरण में शूटिंग के बाद का काम जैसे एडिटिंग आदि शामिल होता है. इन सभी चरणों में एक बहुत बड़ी टीम अपना सहयोग देती है. कोर्स के बाद आप फिल्म इंडस्ट्री के विभिन्न विभागों में कार्य कर सकते हैं.
फिल्म मेकिंग में करियर ऑप्शंस
- प्रोडक्शन मेनेजर (Production manager)
- प्रोडक्शन असिस्टेंट (Production Assistant)
- प्रोडक्शन कॉर्डिनेटर (Production cordinator)
- डायरेक्टर (Director)
- असिस्टेंट डायरेक्टर (Assistant Director)
- आर्ट डायरेक्टर (Art Director)
- कास्टिंग डायरेक्टर (Casting Director)
- कास्टिंग असिस्टेंट (Casting Assistant)
- स्क्रीन प्ले राइटर (Screenplay writer)
- आर्ट डायरेक्टर (Art director)
- साउंड इंजीनियर (Sound enginoor)
- वॉइस ओवर आर्टिस्ट (Voice over artist)
- स्टंट कॉर्डिनेटर (Stant cordinator)
- फिल्म एडिटर (Film Editor)
- म्यूजिक डायरेक्टर (Music Director)
- कोरियोग्राफर (Coriogarphher)
- सिंगर (Singer)
- एक्टर (Actor)
फिल्म इंडस्ट्री में जाने के लिए कोर्स
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एक्टिंग
- डिप्लोमा इन एक्टिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन एक्टिंग
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डायरेक्शन एंड स्क्रिप्ट राइटिंग
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डायरेक्शन
- डिप्लोमा इन डायरेक्शन
- सर्टिफिकेट कोर्स इन डायरेक्शन
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी
- डिप्लोमा इन सिनेमेटोग्राफी
- सर्टिफिकेट कोर्स इन सिनेमेटोग्राफी
- डिप्लोमा इन कैमरा एंड लाइटिंग
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड इंजीनियरिंग
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वीडियो एडिटिंग
- डिप्लोमा इन एडिटिंग
- सर्टिफिकेट कोर्स इन एडिटिंग
- Msc. इन सिनेमा
- Bsc. इन सिनेमा
- MA इन परफॉर्मिंग आर्ट्स
- BA इन परफॉर्मिंग आर्ट्स
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन वीडियो प्रोडक्शन
- डिप्लोमा इन वीडियो प्रोडक्शन
फिल्म इंडस्ट्री के विभिन्न डिपार्टमेंट (Film making department)
- प्रोडक्शन डिपार्टमेंट
- डायरेक्शन डिपार्टमेंट
- कास्टिंग डिपार्टमेंट
- स्क्रिप्ट डिपार्टमेंट
- लोकेशन डिपार्टमेंट
- कैमरा डिपार्टमेंट
- साउंड डिपार्टमेंट
- आर्ट डिपार्टमेंट
- मेकअप डिपार्टमेंट
- पोस्ट प्रोडक्शन डिपार्टमेंट
यह भी पढ़ें - पेंटहाउस क्या होता है, अमीरों के बीच तेजी से हो रहा है पॉपुलर
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI