An Overview Of SAT Exam: सैट का फुलफॉर्म है – स्कॉलेस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट. इसके माध्यम से ये परखा जाता है कि कैंडिडेट विदेश के खासकर यूएस और यूरोप के देशों में हायर एजुकेशन के लिए पात्र है या नहीं. जब वे इसे पास कर लेते हैं, उसके बाद ही प्रवेश ले सकते हैं. हर साल बड़ी संख्या में हर देश के स्टूडेंट इस एग्जाम में बैठते हैं और इंडिया से भी कई सारे छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं.
शिक्षा मंत्री ने किया जिक्र
नीट यूजी के बाद कई बड़ी परीक्षाओं के ऊपर विवाद उठने के बाद एजुकेशन मिनिस्टर ने सैट परीक्षा जैसे पैटर्न को अपनाने की बात कही. उनका कहना है कि हमें भी अमेरिका के कॉलेजों में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं की तरह अपने यहां की परीक्षा पैटर्न को अपनाना चाहिए. आज जानते हैं कि ये एग्जाम आखिर है क्या.
कहां मिलता है प्रवेश
सैट परीक्षा के स्कोर से केवल यूएस ही नहीं दूसरी कंट्रीज जैसे कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इटली वगैरह में भी प्रवेश मिलता है. इस परीक्षा का आयोजन कॉलेज बोर्ड नाम की संस्था करती है और पिछले साल यानी साल 2023 मार्च से इसे डिजिटल कर दिया गया है. पहल ये पेन-पेपर मोड में आयोजित होती थी पर अब डिजिटली होती है.
कैसा होता है ये एग्जाम
इस परीक्षा में मुख्य तौर पर कैंडिडेट्स के तीन हिस्सों को परखा जाता है. रीडिंग एंड राइटिंग और मैथ्स. सवाल एमसीक्यू टाइप होते हैं और मुख्यत: कॉमन एरिया की जानकारी परखी जाती है इसलिए ये विषय आधारित न होते हुए जनरल होता है. मैथ्स की जानकारी होना जरूरी है क्योंकि इसके बिना ना आप परीक्षा पास कर सकते हैं न विदेश में एडमिशन पा सकते हैं.
परीक्षा संबंधी जरूरी डिटेल
ये एग्जाम इंडिया के करीब 92 टेस्ट सेंटर्स में साल में 7 बार आयोजित किया जाता है. जिस एप्लीकेशन पर इसे लिया जाता है, उसका नाम ब्लूबुक ऐप है. कैंडिडेट एग्जाम देने के लिए अपने लैपटॉप, आईपैड, टेबलेट वगैरह लेकर सेंटर जाते हैं. एग्जाम की ड्यूरेशन 2 घंटा 14 मिनट होती है. रीडिंग राइटिंग सेक्शन से कुल 54 सवाल आते हैं और मैथ्स से 44. स्कोर 800 + 800 यानी कुल 1600 के हिसाब से होता है.
क्या है एलिजबिलिटी
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए कैंडिडेट का 12वीं पास होना जरूरी है और उसकी उम्र 17 साल से कम नहीं होना चाहिए.
अधिकतम आयु सीमा का बंधन नहीं है. 11वीं-12वीं के छात्र परीक्षा में बैठ सकते हैं. एडमिशन के समय बस 12वीं पास होने का सर्टिफिकेट होना चाहिए. नंबर ऑफ अटेम्प्ट्स की भी कोई सीमा नहीं है. इसके साथ ही बहुत से इंडियन इंस्टीट्यूट्स भी इस स्कोर के बेस पर कैंडिडेट्स को अपने यहां एडमिशन देते हैं.
कैसे मिलता है स्कोर
हर सेक्शन को 200 से 800 के स्केल के मुताबिक स्कोर दिया जाता है. परीक्षा के दो से तीन हफ्ते में रिजल्ट जारी कर दिया जाता है. परीक्षा कठिन मानी जाती है पर अच्छी तैयारी से इसे पास कर सकते हैं. ये एग्जाम हर साल मार्च, मईई, जून, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में आयोजित किया जाता है. डिटेल और तारीखों के बारे में अपडेट जानने के लिए sat.collegeboard.org पर जा सकते हैं. इसके साथ ही satsuite.collegeboard.org पर भी जानकारी पा सकते हैं.
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