दिल्ली चुनाव: शाहीन बाग में नागरिकता कानून के विरोध में 40 दिन से चल रहे आंदोलन की वजह से ओखला सीट दिल्ली चुनाव में महत्वपूर्ण हो गई है. संसद में सीएए के पास होने के बाद से ही शाहीन बाग में महिलाओं की अगुवाई में आंदोलन हो रहा है. शाहीन बाग इलाका ओखला विधानसभा सीट के अंतर्गत आता है और इस सीट पर तीन मुस्लिम दिग्गज नेताओं की बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. आप ने मौजूदा विधायक अमानतुल्लाह खान को ही टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर वापसी करने के लिए पूर्व सांसद परवेज हाशमी पर दांव लगाया है. कांग्रेस का टिकट ना मिलने से नाराज तीन बार के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद निर्दलीय ही मैदान में उतरें हैं. बीजेपी ने इस सीट पर ब्रह्म सिंह को मैदान में उतारा है. चुनाव आयोग की जानकारी के मुताबिक ओखला सीट में 2 लाख 70 हजार वोटर हैं.


1993 से मुस्लिम चेहरे को ही जीत मिली


1991 में दिल्ली विधानसभा के दोबारा अस्तित्व में आने के बाद 1993 में दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव हुए. 1993 के बाद से ओखला सीट पर हुए सभी 7 चुनाव में मुस्लिम चेहरों को ही जीत मिली है. राज्यसभा के पूर्व सांसद परवेज हाशमी और आसिफ मोहम्मद खान इस सीट पर तीन-तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं.


1993 में परवेज हाशमी ने जनता दल के टिकट पर इस सीट से जीत दर्ज की. 1998 में परवेज हाशमी कांग्रेस में शामिल हो गए और जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. 2003 में भी परवेज हाशमी को कांग्रेस के टिकट पर जीत मिली. 2008 में आरजेडी के टिकट पर आसिफ मोहम्मद खान ने जीत दर्ज की. 2009 के उपचुनाव में भी आसिफ मोहम्मद खान आरजेडी के टिकट पर जीते. 2013 में आसिफ मोहम्मद खान ने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की. हालांकि 2015 में केजरीवाल की लहर में आप उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान ने इस सीट से जीत दर्ज की.


तीन मुस्लिम नेताओं में टक्कर


कांग्रेस ने ओखला में वापसी करने के लिए तीन बार के पूर्व विधायक और पूर्व सांसद परवेज हाशमी को टिकट दिया है. हालांकि परवेज हाशमी को टिकट मिलने की वजह से आसिफ मोहम्मद खान नाराज हो गए हैं और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया है. आप ने अमानतुल्लाह खान पर ही दांव लगाया है. ओखला में ये तीनों नेता ही बड़े मुस्लिम चेहरे हैं और इस वजह से ओखला सीट पर कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. बीजेपी उम्मीदवार बह्म सिंह 2015 में 40 हजार वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे थे. बीजेपी ने इस बार भी उनपर दांव लगाया है.


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