नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एक बड़ा दांव खेल सकती है. कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी के उन विधायकों को टिकट दे सकती है जिन्हें आप ने उम्मीदवार नहीं बनाया है. आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को मंगलवार को अपने 15 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए थे. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने टिकट कटने वाले विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया है.


सुभाष चोपड़ा ने विधायकों का टिकट काटने पर आम आदमी पार्टी पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा, ''एक तरफ आम आदमी पार्टी अच्छा काम करने का दावा कर रही है और दूसरी तरफ वह अपने सभी विधायकों को दोबारा टिकट भी नहीं दे रही है. क्या इस तरह से विधायकों को अच्छे काम का इनाम दिया जा रहा है.''


वहीं बदरपुर के विधायक नारायण दत्त ने टिकट काटे जाने पर केजरीवाल पर गंभीर आरोप भी लगाए. नारायण दत्त का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने पैसे के बदले में टिकट बचे हैं. हालांकि राज्यसभा सांसद और आप नेता संजय सिंह ने पार्टी का बचाव किया है. उनका कहना है कि टिकट कटने पर इस तरह से आरोप लगाए जाना आम बात है.


बता दें कि कांग्रेस की ओर से अभी तक अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं की गई है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में 22 फीसदी वोट मिले थे. पार्टी की कोशिश अपने पुराने वोट बैंक को हासिल करने की है.


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2015 में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी बुरा रहा था. कांग्रेस पार्टी 2015 के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी. आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर कब्जा किया था. दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है, जबकि नतीजों का एलान 11 फरवरी को होगा.


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