नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में मौजूदा 61 में से 46 विधायकों को दोबारा टिकट दिया है, जबकि 15 विधायकों को इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया गया है. जिन विधायकों को टिकट नहीं मिला है उनमें पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री भी शुमार हैं. आदर्श शास्त्री ने 2015 में द्वारका सीट से जीत हासिल की थी.
2015 के विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने आदर्श शास्त्री को ऐसे चेहरे के तौर पर पेश किया था जो कि जनता के लिए करोड़ों की नौकरी छोड़कर आया है. आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने से पहले आदर्श शास्त्री टेक जाइंट कंपनी एपल में काम कर रहे थे और उनका पैकेज एक करोड़ से ज्यादा का था. लेकिन महज पांच साल बाद ही आदर्श शास्त्री दूसरी बार टिकट हासिल नहीं कर पाए.
विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने अपने वादों फ्री वाई फाई और सीसीटीवी के वादों को पूरा करने के लिए जो कमेटियां बनाई थीं आदर्श शास्त्री उनका हिस्सा थे. लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव के लिए केजरीवाल ने कांग्रेस के आए विनय मिश्र को टिकट दिया है. विनय मिश्र कांग्रेस के दिग्गज नेता महाबल मिश्र के बेटे हैं और उन्होंने टिकट बंटवारे से 24 घंटे पहले ही आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी. 2013 में विनय मिश्र कांग्रेस के टिकट पर पालम सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं और वह अपनी जमानत बचाने में भी कामयाब नहीं हुए थे.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का एलान 11 फरवरी को होगा. 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब हुई थी.
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