नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है. दिल्ली चुनाव में नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुल 672 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं. 1993 के बाद से यह चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सबसे कम संख्या है. दिल्ली में नई दिल्ली सीट पर सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पटेल नगर में महज चार कैंडिडेट ही किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव लड़ रहे 593 कैंडिडेट पुरूष हैं, जबकि 79 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं.


1993 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए 1, 316 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. 1998 में 815 और 2003 में 817 उम्मीदवारों ने चुनाव में किस्मत आजमाई. 2008 में पिछले दो चुनाव के मुकाबले उम्मीदवारों की संख्या में इजाफा देखने को मिला और 875 कैंडिडेट्स ने चुनाव लड़ा. 2013 में भी उम्मीदवारों की संख्या में इजाफा होना जारी रहा और 880 कैंडिडेट्स ने चुनाव लड़ा. हालांकि 2015 में उम्मीदवारों की संख्या में कमी आई और 673 उम्मीदवार ही मैदान में उतरे.


23 सीटों पर एक भी महिला उम्मीदवार नहीं


नॉमिनेशन वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग ने बताया है कि इस बार 672 उम्मीदवार इलेक्शन लड़ रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बीजेपी 67 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 2 सीटों पर उसकी सहयोगी जेडीयू और एक सीट पर एलजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस पार्टी ने 66 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि चार सीटें सहयोगी आरजेडी के खाते में गई है. मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. 148 निर्दलीय उम्मीदवार भी दिल्ली चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं.


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नई दिल्ली सीट पर 80 से ज्यादा उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था. लेकिन जांच की प्रक्रिया के बाद 28 उम्मीदवारों के नॉमिनेशन की वैध पाए गए. पटेल नगर की रिजर्व सीट पर महज चार उम्मीदवार ही मैदान में है, जिनमें से तीन पुरूष हैं, जबकि एक महिला है. दिल्ली की 70 में से 23 विधानसभा सीट ऐसी हैं जिनपर एक भी महिला उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ रही है.


दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होगा और नतीजों का एलान 11 फरवरी को होगा.