2024 के लिए BSP का 2.0 वर्जन, तैयार है नया प्लान... जन्मदिन पर कौन सा सरप्राइज देने वाली हैं मायावती
15 जनवरी को मायावती अपने जन्मदिन पर बहुजन समाज पार्टी की वेबसाइट और ऐप लॉन्च करेंगी. इसके जरिए पार्टी हाई कमान बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से जुड़ी रहेंगी.
नेशनल डेमोक्रेटिक गठबंधन (NDA) और इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलांयस (INDIA) की लड़ाई के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) खासी चर्चा में है. 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) नए प्लान पर काम कर रही हैं. अपने नए प्लान से मायावती विरोधियों को चौंकाने वाली हैं.
पार्टी जल्द ही अपनी वेबसाइट (BSP Website) और ऐप (BSP APP) लॉन्च करने वाली है, जिसके जरिए बूथ लेवल से हाई लेवल तक की कनेक्टिविटी होगी और बीएसपी का यह 2.0 वर्जन जल्द ही जनता के सामने होगा. 15 जनवरी को मायावती अपने जन्मदिन पर मीडिया के सामने आएंगी तो बीएसपी का 2.0 वर्जन भी साथ लाएंगी. इस दिन वह पार्टी की वेबसाइट और ऐप लॉन्च करेंगी.
बूथ लेवल से पार्टी हाई कमान तक कनेक्ट रहेंगे नेता
ऐप में वोटर्स का जियोग्राफिकल डिविजन होगा यानी कि जनता को क्षेत्रवार तरीके से बांटा जाएगा. फिर इस डिविजन के आधार पर पन्ना प्रमुख तय होंगे. हर बूथ पर टीम मौजूद रहेगी यानी बूथ लेवल से पार्टी हाईकमान तक के नेता एक-दूसरे से कनेक्ट रहेंगे. जिस भी इलाके के बारे में पार्टी हाईकमान को जानकारी चाहिए होगी, उस इलाके पर क्लिक करते ही पन्ना प्रमुख का प्रोफाइल खुल जाएगा. बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को पार्टी हाईकमान तक जो भी फीडबैक पहुंचाना होगा, वह ऐप के जरिए उन तक पहुंच जाएगा.
पार्टी को फीडबैक भी दे सकेगी जनता
ऐप में जनसंवाद का भी एक कॉलम रहेगा, जिसके जरिए पार्टी तक आम जनता का डायरेक्ट फीडबैक पहुंच सकता है. इसके अलावा, पार्टी के कार्यक्रमों का ब्योरा और जानकारी भी ऐप पर मौजूद रहेगी. जिन महापुरुषों के विचार से पार्टी प्रभावित है, उन महापुरुषों के विचार भी ऐप पर देखे जा सकते हैं.
INDIA गठबंधन के साथ नहीं जाएगी बीएसपी
एबीपी के संवाददाता अभिषेक उपाध्याय ने बीएसपी के रणनीतिकारों के हवाले से बताया कि पार्टी विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA का हिस्सा नहीं बनने जा रही. हालांकि, 2024 के लिए वह कुछ ऐसा करने जा रही है कि लोग चौंक जाएंगे. पार्टी की इस कवायद के पीछे की कहानी है बीएसपी का 2.0 वर्जन.
INDIA गठबंधन की कैसे बढ़ेगी टेंशन
बीएसपी का 2.0 वर्जन INDIA गठबंधन के लिए चिंता बढ़ाने वाला है. बीएसपी भले ही उत्तर प्रदेश और बाकी राज्यों में ज्यादा सीटें ना जीत पाए, लेकिन वोट शेयर के मामले में मजबूत नजर आती है. पिछले चुनावों के आंकड़े तो यही बताते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी भले ही एक भी सीट ना जीती हो, लेकिन उसका वोट शेयर 19.77 फीसदी था. 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी को 19 सीटों पर जीत मिली, लेकिन वोट प्रतिशत 22.23 फीसदी था.
बीएसपी के प्लान पर रहेगी NDA और INDIA की नजर
2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें, जिसमें बीएसपी और समाजवादी पार्टी का गठबंधन था, तो उसमें भी उसने 19.26 फीसदी वोट शेयर के साथ 10 सीटें जीती थीं. 2019 के चुनाव में बीएसपी ने सिर्फ 38 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे थे. वहीं, 2022 के यूपी चुनाव में बीएसपी सिर्फ एक ही सीट जीत सकी, लेकिन अकेले चुनाव लड़ते हुए भी उसका वोट शेयर 12.88 फीसदी था. अब 2024 के लिए मायावती क्या करती हैं, इस पर एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों की ही नजरें टिकी हैं.
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