चौथा चरण: 2014 में बीजेपी ने जीती थी 45 सीटें, कांग्रेस सिर्फ 2 सीटों पर सिमट गई थी
Lok Sabha Election 2019: कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन चौथे चरण में पोलिंग के लिए जा रही 71 सीटों पर ही देखने को मिला था.
Lok Sabha Election 2019: 29 अप्रैल को 17वीं लोकसभा चुनने के लिए 9 राज्यों की 71 सीटों पर चौथे चरण में वोटिंग होगी. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने इस चरण की अधिकतर सीटों पर एकतरफा जीत हासिल की थी. 2014 के नतीजों के हिसाब से देखे तो यह चरण कांग्रेस के लिए बेहद ही मुश्किल है, क्योंकि 2014 में कांग्रेस इस चरण की 71 सीटों में से सिर्फ दो सीटें ही जीत पाई थी.
2014 में बीजेपी को पहली बार अपने दम पर बहुमत दिलाने में चौथे चरण में पोलिंग के लिए जा रही 71 सीटों का अहम योगदान था. बीजेपी 2014 में इन 71 सीटों में से 45 पर जीत हासिल करने में कामयाब हुए थी. बीजेपी की सहयोगी पार्टियों को भी इस चरण में अच्छी खासी कामयाबी मिली थी. शिवसेना ने इस चरण में 9 सीटों पर जीत हासिल की थी, तो वहीं एलजेपी के खाते में भी दो सीटें आई थी.
कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी
2014 में कांग्रेस की हालत इन 71 सीटों पर बेहद खराब थी. कांग्रेस इस चरण की 71 सीटों में से सिर्फ 2 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई थी. इतना ही नहीं. झारखंड, ओडिशा, राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में तो कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
ये ऐसा चरण है जहां 2014 में अन्य पार्टियां भी बड़ी प्लेयर बनकर सामने नहीं आ पाई थी. इन 71 सीटों में से पटनायक की बीजेडी को 6, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को 6 और समाजवादी पार्टी को कन्नौज में जीत मिली थी. इन आंकड़ों से साफ हो जाता है कि बीजेपी को सत्ता में वापसी करने से रोकने के लिए कांग्रेस और अन्य पार्टियों को इस चरण में 2014 के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करना होगा.