नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की नेता और पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार आतिशी की धर्म को लेकर एक बार फिर तरह-तरह के दावे किये जा रहे हैं. दिल्ली से कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद ने दावा किया है कि आतिशी यहूदी हैं और उन्हें वोट न करें.


आप नेता नागेंद्र शर्मा ने आसिफ के बयान वाला वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें वह कह रहे हैं, ''हमारा मजहब कहता है- हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई आपस में हैं सब भाई-भाई. लेकिन यहूदी की हिंदुस्तान में कोई जगह नहीं है. ये बात आपको घर-घर पहुंचानी है. आपने आम आदमी पार्टी को वोट दे दिया, झाड़ू को वोट दे दिया लेकिन अगर आपने यहूदी को वोट दिया तो आपसे हमारी शिकायत है.''


इस बयान पर नागेंद्र ने कहा, ''कांग्रेस का असली चेहरा उजागर हो गया. ओखला के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान ने आतिशी को यहूदी बताया है और कहते हैं कि उन्हें मुस्लिम स्वीकार नहीं करेंगे. बीजेपी से कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुए अरविदंर सिंह लवली भी बेशर्मी से चुप है. सबूत यहां हैं.''





वहीं आसिफ पर बयान देने के बहाने आप नेता मनीष सिसोदिया ने आतिशी की जाति भी बता दी. उन्होंने कहा, ''मुझे दुःख है कि बीजेपी और कांग्रेस मिलकर हमारी पूर्वी दिल्ली की प्रत्याशी आतिशी के धर्म को लेकर झूठ फैला रहे है. बीजेपी और कांग्रेस वालो! जान लो- 'आतिशी सिंह' है उसका पूरा नाम. राजपूतानी है. पक्की क्षत्राणी...झांसी की रानी है. बच के रहना. जीतेगी भी और इतिहास भी बनाएगी.''





कांग्रेस नेता के दावों पर आतिशी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, ''ये कांग्रेस की बौखलाहट को दिखाता है. कांग्रेस नेता झूठ पर उतर आए हैं. मैं पंजाबी हिंदू परिवार से आती हूं. मेरे पिता का नाम विजय सिंह है. मेरा जन्म चंडीगढ़ में हुआ है. बयानबाजी बतलाती है कि कांग्रेस न सिर्फ हार रही है बल्कि उनकी जमानत भी जब्त होने वाली है.''


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आपको बता दें कि आतिशी पहले अपना पूरा नाम आतिशी मार्लेना लिखती थीं. चुनाव के एलान से पहले उन्होंने अपने नाम के आगे से मार्लेना हटा लिया था. पार्टी के लोगों ने तब कहा था कि विपक्ष द्वारा आतिशी को ‘ईसाई’ करार दिए जाने के कारण उन्होंने उपनाम हटाए हैं.


दिल्ली की सात और हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे. 2014 के चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में सभी सात सीटों पर आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है.