Goa Elections 2022: ऐसे में जब गोवा विधानसभा चुनाव में केवल एक महीना बचा है और कई राजनीतिक दल सत्ता पाने की होड़ में हैं, आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ घर-घर प्रचार में शामिल हुए और लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने का दावा किया.


केजरीवाल शनिवार दोपहर गोवा पहुंचे. वह उत्तर गोवा के सेंट आंद्रे विधानसभा क्षेत्र में प्रचार में शामिल हुए. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों के लिए लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गोवा में मतदाता बदलाव चाहते हैं. बेरोजगारी जैसे मुद्दे हैं जिन्हें हल करने की जरूरत है.’’






केजरीवाल ने 14 फरवरी के चुनावों के बाद पार्टी के सत्ता में आने पर गोवा के लोगों को ईमानदार शासन प्रदान करने के आप का वादा दोहराया. आप की चुनावी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर जब कई राष्ट्रीय राजनीतिक दल मैदान में हैं, केजरीवाल ने कहा कि मतदाताओं को आप में विश्वास है.


उन्होंने कहा, ‘‘मतदाताओं को लगता है कि आप सरकार उनके मुद्दों का समाधान करेगी. हमारे द्वारा घोषित सभी गारंटी को को पूरा किया जाएगा, जिसमें मुफ्त और निर्बाध बिजली आपूर्ति, बेरोजगारी भत्ता, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार में आरक्षण शामिल है.’’ आप ने अब तक गोवा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की दो सूची घोषित की है, जिसमें बीजेपी के पूर्व मंत्री महादेव नाइक, अलीना सलदान्हा और वकील से नेता बने अमित पालेकर को मैदान में उतारा गया है.


बीजेपी, कांग्रेस, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी जैसे पारंपरिक प्रतियोगियों के अलावा, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) गोवा की राजनीति में प्रवेश करने वाली नई पार्टी है. 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए 2017 के विधानसभा चुनाव आप को एक भी सीट नहीं मिली थी.


पिछले चुनावों में, कांग्रेस गोवा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और उसने 40 सदस्यीय सदन में 17 सीटें जीती थीं. हालांकि, वह तब सरकार बनाने में विफल रही थी. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए कुछ निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर लिया था. पर्रिकर का 2019 में निधन हो गया. बीजेपी के प्रमोद सावंत वर्तमान में मुख्यमंत्री हैं. कांग्रेस ने पहले ही जीएफपी के साथ अपने चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा कर दी है, जबकि टीएमसी ने आगामी चुनावों के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठबंधन किया है.