आतिशी मार्लेना, फिर आतिशी और अब राजपूतानी, जानें AAP नेता के नाम रखने की कहानी
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने चुनाव आयोग को दिये गए एफिडेविट में अपना पुराना नाम आतिशी मार्लेना लिखा है. ध्यान रहे कि पिछले साल उन्होंने ट्विटर से मार्लेना नाम हटा लिया था.
नई दिल्ली: शेक्सपियर ने भले ही कहा हो कि नाम में क्या रखा है? लेकिन भारतीय राजनीति में नाम का खासा महत्व है. जहां नाम पर वोट मांगे भी जाते हैं और मिलते भी हैं. दरअसल, आम आदमी पार्टी की नेता और पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार आतिशी के नाम ने राजनीतिक रंग ले लिया है.
आतिशी ने पिछले साल अगस्त में अपने नाम के पीछे से मार्लेना हटा लिया था. इससे पहले तक वह अपना पूरा नाम आतिशी मार्लेना लिखती थीं. तब उन्होंने नाम के आगे से मार्लेना हटाने की वजह तो नहीं बताई थी, लेकिन सूत्रों ने इसकी दिलचस्प वजह बताई थी.
सूत्र ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आतिशी को ईसाई बता कर अफवाह उड़ा रही थी. जिससे चुनाव में नुकसान हो सकता था. इसलिए उन्होंने ट्विटर, होर्डिंग से मार्लेना उपनाम हटा लिया.
ताजा विवाद कांग्रेस नेता आसिफ मोहम्मद खान के दावे और आतिशी मार्लेना के एफिडेविट से शुरू हुआ. आसिफ ने आतिशी को यहूदी बताया है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि यहूदी की हिंदुस्तान में कोई जगह नहीं है. ये बात आपको घर-घर पहुंचानी है. आपने आम आदमी पार्टी को वोट दे दिया, झाड़ू को वोट दे दिया लेकिन अगर आपने यहूदी को वोट दिया तो आपसे हमारी शिकायत है.
कांग्रेस नेता ने AAP उम्मीदवार आतिशी को बताया यहूदी तो भड़के सिसोदिया, बोले- राजपूतानी हैं
कांग्रेस नेता के दावों से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया भड़क उठे और इसी बहाने उन्होंने आतिशी की जाति भी बता दी. उन्होंने कहा कि आतिशी राजपूत हैं. सिसोदिया ने कहा, ''मुझे दुःख है कि बीजेपी और कांग्रेस मिलकर हमारी पूर्वी दिल्ली की प्रत्याशी आतिशी के धर्म को लेकर झूठ फैला रहे है. बीजेपी और कांग्रेस वालो! जान लो- 'आतिशी सिंह' है उसका पूरा नाम. राजपूतानी है. पक्की क्षत्राणी...झांसी की रानी है. बच के रहना. जीतेगी भी और इतिहास भी बनाएगी.''
एफिडेविट में अब भी हैं आतिशी मार्लेना चुनाव आयोग में दिये गए एफिडेविट में आतिशी ने अपना पूराना नाम आतिशी मार्लेना लिखा है. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, आतिशी ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि आतिशी मार्लेना मेरा कानूनी नाम है. लेकिन मैंने अपने चुनाव फर्स्ट नेम (आतिशी) से लड़ने का फैसला किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि ईवीएम पर मेरा नाम आतिशी ही रहेगा.
आतिशी के नाम में मार्लेना कैसे जुड़ा? आतिशी के पिता वामपंथी विचारधारा से प्रभावित रहे हैं. यही वजह रही कि आतिशी के पिता विजय सिंह ने मार्क्स और लेनिन के नाम को मिलाकर आतिशी के नाम में मार्लेना जोड़ा. उन्होंने कहा है कि मैं पंजाबी हिंदू हूं और मेरा जन्म चंडीगढ़ में हुआ है.
आतिशी दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रह चुकी हैं और उनका नाम दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति और शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के मामले में लिया जाता है. आतिशी ने साल 2015 दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाई थी.
आप ने उन्हें पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर और कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह लवली से है. दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 12 मई को वोट डाले जाएंगे