नई दिल्ली: एक महीने के भीतर दूसरी बार आज विपक्षी पार्टियों का जमघट लगेगा. इस बार जगह दिल्ली का जंतर-मंतर है और इसका नेतृत्व अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) कर रही है. इस रैली को 'तानाशाही हटाओ-लोकतंत्र बचाओ सत्याग्रह' का नाम दिया गया है.


इससे पहले ममता बनर्जी ने कोलकाता में 19 जनवरी को महारैली का आयोजन किया था. इस महारैली में 20 से अधिक पार्टियों के शीर्ष नेता पहुंचे थे. सभी विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता का संदेश देना चाहती है.


रैली में शामिल होने की अपील करते हुए अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट किया, ''हमारी आजादी और लोकतंत्र के लिए अनगिनत स्वतंत्रता सैनानियों ने अपनी कुर्बानी दी है. हम उनके बलिदान को भूलकर किसी तानाशाह के उत्पीड़न पर चुप नहीं रहेंगे. लोकतंत्र बचाओ सत्याग्रह आज दोपहर से जंतर-मंतर पर शुरू होगा. हमारे साथ खड़ें हों.''





आप के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने बताया कि रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नेता फारूक अब्दुल्ला और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद यादव हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया, समाजवादी पार्टी, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल और अन्य पार्टियों के नेता भी महा रैली को संबोधित करेंगे.


उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रैली में शिरकत कर रहे हैं तो दिल्ली सरकार में मंत्री राय ने कहा कि उन्हें निमंत्रण भेजा गया है. राय ने बताया कि पार्टी ने उन सभी विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा है जो पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी की ओर से आयोजित की गई बीजेपी विरोधी रैली में आए थे.


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सूत्रों ने बताया कि आम चुनाव में कुछ महीने ही बचे हैं, ऐसे में यह रैली बीजेपी और उसके राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगियों को चुनौती देने के वास्ते एक महागठबंधन बनाने के लिए विपक्षी नेताओं को साथ लाएगी.


आप की रैली से पहले दिल्ली में पोस्टर लगाए गए हैं. ऐसे ही एक पोस्टर में टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी की कार्टून के साथ लिखा गया है, दीदी यहां खुलकर मुस्कुराइए आप लोकतंत्र में हैं.