ABP Cvoter Opinion Poll 2023: कर्नाटक की 224 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे और 13 मई को रिजल्ट की घोषणा की जाएगी. राज्य में मुख्य लड़ाई बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच मानी जा रही है. ऐसे में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए एबीपी सी-वोटर ने लोगों का मूड जानने के लिए फाइनल ओपिनियन पोल किया है. इस ओपिनियन पोल के आंकड़े बीजेपी खेमें में चिंता बढ़ाने वाले हैं.
एबीपी न्यूज़ सी वोटर के कर्नाटक के फाइनल ओपिनियन पोल में कर्नाटक के दो रीजन में बीजेपी को भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है. सर्वे कर्नाटक के सभी छह रीजन में किया गया है. ओपिनियन पोल में कांग्रेस बीजेपी से आगे निकलती दिख रही है.
किस पार्टी को कितने वोट?
ग्रेटर बेंगलुरु रीजन में 32 सीटें आती हैं. यहां लोगों से सवाल किया गया है कि किस पार्टी को कितने वोट मिल रहे हैं? इस पर 37 फीसदी लोगों ने बीजेपी को वोट देने की बात कही. जबकि, 41 फीसदी वोट कांग्रेस के पक्ष में जाते हुए दिख रहे हैं. वहीं, जेडीएस के पक्ष में 15 फीसदी वोट जा रहे हैं और अन्य के पक्ष में 7 फीसदी वोट जा रहे हैं.
किस पार्टी को कितनी सीट?
कर्नाटक के फाइनल ओपिनियन पोल में ग्रेटर बेंगलुरु रीजन में किस पार्टी को कितनी सीट मिल रही हैं, को लेकर सवाल किया गया. इस सर्वे के अनुसार बीजेपी को ग्रेटर बेंगलुरु रीजन में 12-16 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं, यहां कांग्रेस बाजी मारते हुए 14-18 सीटों पर कब्जा जमा सकती है. जबकि, जेडीएस को 1-4 सीटें मिल सकती हैं और अन्य के खाते में 1 सीट आती की उम्मीद है.
ओल्ड मैसूर रीजन में वोट प्रतिशत
कर्नाटक के फाइनल ओपिनियन पोल में ओल्ड मैसूर रीजन के आंकड़े बीजेपी को खासे परेशान करने वाले हैं, क्योंकि यहां भी कांग्रेस और जेडीएस बीजेपी से आगे निकलते दिख रहे हैं. इस रीजन में कुल 55 सीटें आती हैं. यहां बीजेपी को महज 25 फीसदी वोट मिलता दिखाई दे रहा है, जबकि कांग्रेस के खाते में 35 फीसदी वोट आ सकता है. वहीं, जेडीएस के पकड़ वाले ओल्ड मैसूर रीजन में उसे 33 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है और 7 फीसदी वोट अन्य के खाते में जा सकता है.
ओल्ड मैसूर रीजन किसे कितनी सीटें
ओल्ड मैसूर रीजन की 55 सीटों की बात करें तो यहां बीजेपी के हाईटेक प्रचार करने के बावजूद उसे महज 4-8 सीटें ही मिलती दिख रही हैं. वहीं, कांग्रेस को 24-28 और जेडीएस को 19-23 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0-3 सीटें आ सकती हैं.
सेंट्रल कर्नाटक रीजन में वोट शेयर
सेंट्रल कर्नाटक रीजन में किस पार्टी को कितना वोट शेयर मिल सकता है? एबीपी सी-वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक, यहां कुल सीट 35 हैं. बीजेपी को यहां 37 फीसदी मिल सकता है, जबकि कांग्रेस यहां भी बाजी मारते हुए 42 फीसदी वोट पर कब्जा कर सकती है. वहीं, जेडीएस को 12 फीसदी वोट शेयर जा सकता है, अन्य के खाते में 9 फीसदी वोट जा सकता है.
वहीं, सेंट्रल कर्नाटक रीजन में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती है? एबीपी सी-वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक, यहां बीजेपी को 35 में से 10-14 सीटें, कांग्रेस को 20-24 सीटें और जेडीएस को 0-2 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0-1 सीट जा सकती है.
कोस्टल कर्नाटक रीजन का वोट शेयर
कोस्टल कर्नाटक रीजन में तीनों पार्टियों के वोट शेयर की बात करें तो यहां बीजेपी अन्य रीजन के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रही है. कोस्टल कर्नाटक रीजन में कुल 21 सीटें आती हैं. यहां बीजेपी को 46 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है, कांग्रेस 9 फीसदी कम वोट शेयर के साथ 37 फीसदी वोट प्राप्त कर सकती है. वहीं जेडीएस को 8 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है और अन्य के खाते में 9 फीसदी वोट शेयर जा रहा है.
वहीं, कोस्टल कर्नाटक रीजन में बीजेपी सीटें के मामले में भी बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है. बीजेपी को यहां से 13-17 सीटें मिल सकती हैं, कांग्रेस को 4-8 सीटें और जेडीएस को शून्य पर सिमट सकती है.
मुंबई कर्नाटक रीजन में वोट शेयर
मुंबई कर्नाटक रीजन में 50 विधानसभा सीटें आती हैं. यहां के वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है. जहां बीजेपी को 42 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है तो वहीं कांग्रेस को बीजेपी से एक फीसदी ज्यादा 43 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है. वहीं, जेडीएस को यहां 7 फीसदी और अन्य को 8 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है.
मुंबई कर्नाटक रीजन में सीटों के मामले में भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है. यहां की कुल 50 सीटों में से बीजेपी को 22-26 और कांग्रेस को 24-28 सीटें मिल सकती हैं. जबकि, जेडीएस को 0-1 और अन्य के खाते में 0-1 सीट मिल सकती हैं.
हैदराबाद कर्नाटक रीजन में वोट शेयर
हैदराबाद कर्नाटक रीजन में कुल सीट 31 विधानसभा सीट आती हैं. इस रीजन में कांग्रेस वोट शेयर से लेकर सीटों के मामले में भारी बढ़त बनाए हुए है. यहां बीजेपी 38 फीसदी वोट शेयर के साथ सिमटती दिख रही है, जबकि कांग्रेस 45 फीसदी वोट शेयर प्राप्त कर सकती है. वहीं, जेडीएस को 10 और अन्य को 7 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है.
हैदराबाद कर्नाटक रीजन में सीटों के मामले में सत्तारूढ़ बीजेपी को सिर्फ 6-10 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस यहां शानदार प्रदर्शन कर सकती है और पार्टी को 18-22 सीटें सीटें मिल सकती हैं. जेडीएस को 0-2 और अन्य के खाते में 0-3 सीटें जा सकती हैं.