ABP Cvoter Opinion Poll: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले किए गए ओपिनियन पोल में सामने आया है कि आंध्र प्रदेश की जनता एनडीए के पक्ष में मतदान करने के लिए तैयार है. वाईएसआर कांग्रेस को भी अच्छी संख्या में वोट मिलते दिख रहे हैं, लेकिन पार्टी का वोट बैंक सीट में नहीं तब्दील हो रहा है. विपक्षी गठबंधन की हालत यहां बेहद खराब है और I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए यहां 1 सीट जीत पाना भी मुश्किल हो सकता है.


एबीपी न्यूज सी वोटर ने लोगों के बीच जाकर 2024 लोकसभा चुनाव से जुड़े सवाल किए. देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर किए गए सर्वे में आंध्र प्रदेश की 20 सीटें एनडीए के खाते में जाती दिख रही हैं. वहीं, वाईएसआर कांग्रेस को 5 सीटें मिल सकती हैं. अन्य सभी पार्टियों को 1 सीट मिलना भी मुश्किल है.


क्या हो सकता है वोट शेयर ?


आंध्र प्रदेश में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं और यहां एनडीए गठबंधन का वोट शेयर 45 फीसदी रह सकता है. वाईएसआर कांग्रेस को 42 फीसदी वोट मिल सकते हैं. विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन को 3 फीसदी वोट मिल सकते हैं. 10 फीसदी वोट अन्य के खाते में जा सकते हैं. हालांकि, 42 फीसदी वोट शेयर वाली वाईएसआर कांग्रेस के खाते में सिर्फ 5 सीटें जा रही हैं, जबकि उससे 3 फीसदी ज्यादा वोट शेयर हासिल कर एनडीए गठबंधन 20 सीटें ले जा रहा है. ऐसे में 3 फीसदी वोट शेयर के दम पर 15 सीटों का खेल हो रहा है. इससे वाईएसआर कांग्रेस के पास तस्वीर बदलने का मौका है.


2019 में क्या हुआ था ?


आंध्र प्रदेश में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से 22 सीटें 2019 लोकसभा चुनाव में आईएसआर कांग्रेस के खाते में गई थीं. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस यहां खाता तक नहीं खोल पाई थीं. 3 सीटें टीडीपी को मिली थीं. इस लिहाज से 2024 में एनडीए को भारी फायदा होता दिख रहा है. वहीं, वाईएसआर कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो रहा है. कांग्रेस की हालत जस की तस है.

(Disclaimer- लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले abp न्यूज के लिए सी वोटर ने देश का सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. इस सर्वे में 41 हजार 762 लोगों से बात की गई है. लोकसभा की सभी 543 सीटों सीटों के लिए 1 फरवरी से 10 मार्च के बीच सर्वे किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)