UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में सियासी महाभारत चरम पर है. पहले चरण के चुनाव में अब महज 6 दिन रह गए हैं. लेकिन उससे पहले सूबे की सियासत गरमाई हुई है. चुनावी मोहरे सेट करने के बाद अब रोड शो और जनसभाओं का दौर तेज हो गया है. समीकरण और कास्ट फैक्टर को देखते हुए सारी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. हर कोई यही जानना चाहता है कि 10 मार्च को जब नतीजे आएंगे तो क्या बीजेपी दोबारा सत्ता में वापसी करेगी या फिर समाजवादी पार्टी का सूखा खत्म होगा.
लेकिन इस बीच सूबे की सियासत में और भी कई मुद्दे हैं, जो तापमान बढ़ाए हुए हैं. ऐसा ही एक मामला एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर फायरिंग का है, जो इन दिनों तूल पकड़े हुए है. ओवैसी को केंद्र की ओर से जेड सिक्योरिटी भी दी गई है.
इसी को लेकर एबीपी न्यूज-सी वोटर ने एक सर्वे किया, जिसमें लोगों से इस मुद्दे को लेकर राय ली गई. लोगों से पूछा गया कि असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर फायरिंग का क्या चुनाव पर असर पड़ेगा? करीब 20 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां यह मुद्दा चुनाव पर असर डालेगा. वहीं 53 फीसदी लोगों ने ना में जवाब दिया. 27 प्रतिशत लोगों ने पता नहीं कहा.
असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर फायरिंग का क्या चुनाव पर असर पड़ेगा ?
हां-20%
नहीं-53%
पता नहीं-27%
गुरुवार को हापुड़ में ओवैसी की कार पर फायरिंग की घटना हुई थी. ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद दिल्ली लौट रहे थे.इस घटना में कोई घायल नहीं हुए थे. दो हमलावरों को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. दूसरी ओर, एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग के बाद उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया. सांसद ओवैसी ने लोकसभा में खुद पर हुए हमले को लेकर कई बातें कहीं. उन्होंने इस दौरान उन्हें दी जाने वाली सुरक्षा पर भी जवाब दिया और कहा कि, मैं घुटन वाली जिंदगी नहीं जी सकता हूं. उन्होंने Z कैटेगरी की सुरक्षा लेने से साफ इनकार कर दिया.