UP Assembly Election 2022: भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव न केवल BJP, समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए महत्वपूर्ण होंगे, बल्कि असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी भी बड़ा फर्क ला सकती है. असदुद्दीन ओवैसी ABP न्यूज के खास चुनावी कार्यक्रम घोषणापत्र में शामिल हुए, जिसमें उन्होंने यूपी में सियासत को लेकर बेबाकी से जवाहब दिए. ओवैसी ने साफ-साफ कहा कि यूपी का चुनाव जाति और सांप्रदायिकता के आधार पर जीता जाता है.
ओवैसी से पूछा गया कि यूपी में क्या सिर्फ जाति का राज है सरकार का राज नहीं? इस पर उन्होंने कहा, “अमित शाह ने कहा था निजाम तो हमने कहा राज… योगी राज. हमने कहा… र से रिश्वत, अ से अपराध या आतंक और ज से जातिवाद. उत्तर प्रदेश में यही हो रहा है. आज यूपी के हर पुलिस थाने में एक ठाकुर अफसर मिल जाएगा. जब अखिलेश थे तब यादव अफसर मिलता था. केंद्र में बीजेपी के पास 300 सांसद हैं लेकिन एक मुसलमान नहीं है. ये सच्चाई है कि यूपी का चुनाव जाति और सांप्रदायिकता दो चीजों पर जीता जाता है. जनता उन लोगों को वोट भी डालती है.”
ओवैसी से आगे पूछा गया कि मंडल-कमंडल पर होगा यूपी का चुनाव? इसपर उन्होंने कहा, “मंडल-कमंडल पुराना हो गया. Cast और Communalism… 2C पर चल रहा है. बीजेपी ने अनुप्रिया पटेल और बाघेल साहब को मंत्री क्यों बनाया. इसलिए बनाया क्योंकि आगरा में 29 ऐसी सीट हैं जहां पर बिना बाघेल साहब के जीत नहीं पाएंगे.”
अखिलेश यादव से नहीं हुआ कोई गठबंधन
क्योंकि यूपी चुनाव से ठीक पहले ओवैसी ने कहा था कि वो बीजेपी और कांग्रेस को छोड़कर किसी से भी गठबंधन कर सकते हैं. ऐसे में माना जा रहा था कि वो अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब ओवैसी ने एबीपी न्यूज के कार्यक्रम में कहा कि, उनका कतई ये मतलब नहीं था कि वो अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, उनकी न तो मुलाकात हुई और ना़ ही इसे लेकर कोई बातचीत हुई थी.
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