ABP न्यूज़-सी वोटर सर्वे: देश में दो महीने बाद लोकसभा चुनाव हैं. ऐसे में ABP न्यूज़ ने सी वोटर के साथ मिलकर देश के कई अहम मुद्दों पर जनता की राय ली है. इनमें से सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर का है. साल 1990 के दौरान बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने जोर शोर से राम मंदिर का मुद्दा उठाया और इसे राजनीतिक रूप दे दिया, जिससे उसे बहुत फायदा हुआ. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगते रहे हैं कि वह राम मंदिर मामले पर गंभीर नहीं है और सिर्फ चुनावों में हिंदु वोट पाने के लिए वह इस मामले को हवा देती रहती है.
क्या कहती है देश की जनता?
इस मुद्दे पर एबीपी न्यूज़ और सी वोटर ने जब देश की जनता से राय ली तो 49.3 फीसदी लोगों ने कहा कि बीजेपी सिर्फ चुनावों के लिए राम मंदिर मामले का इस्तेमाल करती है. वहीं, 39.1 फीसदी लोगों का मानना है कि बीजेपी राम मंदिर निर्माण के लिए बहुत गंभीर है. जबकि 11.6 फीसदी लोगों ने कहा कि वह इस मामले पर कुछ नहीं कह सकते.
राम मंदिर नहीं बना तो 25 फीसदी लोग बीजेपी को कभी वोट नहीं देंगे- सर्वे
इतना ही नहीं जब लोगों से सवाल किया गया कि अगर राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में हल नहीं हुआ और मोदी सरकार इसपर अध्यादेश भी नहीं लाई तो क्या आप बीजेपी को वोट देंगे? इस सवाल के जवाब में 50.4 फीसदी लोगों ने कहा कि वह बीजेपी को बाकी मुद्दों पर वोट करेंगे. वहीं 25 फीसदी लोगों ने कहा कि वह बीजेपी को कभी वोट नहीं देंगे. जबकि 15.6 फीसदी लोगों ने कहा कि अगर मोदी सरकार अध्यादेश नहीं लाई तो वह बीजेपी को वोट नहीं करेंगे. 9 फीसदी लोगों ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन जल्द से जल्द राम मंदिर निर्माण के लिए लगातार मोदी सरकार पर दबाव डाल रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले में अध्यादेश नहीं लाएगी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी.
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