नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सियासी रण के नतीजे सात चरणों के चुनाव के बाद ईवीएम में कैद हो चुके हैं. ये नतीजे 23 मई को जनता के सामने आएंगे लेकिन उससे पहले एबीपी न्यूज़ और नीलसन ने एग्जिट पोल के जरिए जानने की कोशिश की है कि यूपी की वीआईपी सीटों का क्या हाल है...

वाराणसी सीट
देश की सबसे चर्चित सीट जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं, एग्जिट पोल के मुताबिक नरेंद्र मोदी वाराणसी सीट से जीत सकते हैं. इस सीट पर पीएम मोदी का मुकाबला कांग्रेस के अजय राय और गठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव के साथ है. पूरे देश की निगाहें इस सीट की ओर लगी हुई हैं.

गोरखपुर सीट
गोरखपुर में भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार और बीजेपी के प्रत्याशी रवि किशन को कांटे की टक्कर मिलती दिखाई दे रही है. गोरखपुर में रविकिशन का मुकाबला गठबंधन के प्रत्याशी रामभुआल निषाद से है.

गाजीपुर सीट

एग्जिट पोल के मुताबिक गाजीपुर में मनोज सिन्हा के लिए राह आसान नहीं दिख रही. मनोज सिन्हा को हार का सामना करना पड़ सकता है. गाजीपुर में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के सामने सपा बसपा गठबंधन से अफजाल अंसारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से अजीत प्रताप कुशवाहा, कम्युनिस्ट पार्टी से भानुप्रकाश पांडेय, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से रामजी राजभर, प्रगतिशील समाज पार्टी लोहिया से संतोष यादव, राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी से वेदप्रकाश और भाकपा माले से ईश्वरी कुशवाहा सहित 13 उम्मीदवार मैदान में हैं.

आजमगढ़ सीट
आजमगढ़ सीटे से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव जीत सकते हैं. वहीं निरहुआ को हार का सामना करना पड़ सकता है. अखिलेश यादव के खिलाफ बीजेपी की तरफ से निरहुआ को चुनाव मैदान में उतारे जाने से आजमगढ़ की चुनावी टक्कर दिलचस्प हो गई है.

उत्तर प्रदेश के लिए क्या कहता है एग्जिट पोल?
नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 33 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस की झोली में 02 सीटें जा सकती हैं. महागठबंधन के खाते में 45 सीटें जाने का अनुमान है. एग्जिट पोल के आंकड़े का मतलब साफ है. बीजेपी को 2014 के मुकाबले 40 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस के लिए कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस बिना किसी फायदे या नुकसान के साथ 02 सीटों पर ही कायम है.