नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के साक्षी महाराज उन्नाव से जीत सकते हैं वहीं पीलीभीत से वरुण गांधी को कांटे की टक्कर मिल सकती है. मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव जीत सकते हैं तो फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर को हार का सामना करना पड़ सकता है.


उन्नाव लोकसभा सीट
यूपी की वीआईपी सीटों में एक सीट उन्नाव है जहां से बीजेपी के साक्षी महाराज मैदान में हैं और यहां उनका मुकाबला एसपी की पूजा पाल के साथ है. एग्जिट पोल के मुताबिक उन्नाव सीट से बीजेपी के साक्षी महाराज जीतते दिख रहे हैं.

पीलीभीत लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक पीलीभीत से वरुण गांधी को कांटे की टक्कर मिल सकती है. वरुण ने 2019 के लोकसभा चुनावों में यूपी के पीलीभीत से मजबूत दावेदारी पेश की है.

मैनपुरी लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव जीत सकते हैं. मुलायम सिंह यादव यहां सबसे कद्दावर और लोकप्रिय नेता हैं. वह 2014 में मैनपुरी और आजमगढ़ दोनों जगहों से निर्वाचित हुए थे, लेकिन बाद में उन्होंने आजमगढ़ को ही चुना.

फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर को हार का सामना करना पड़ सकता है. इस बार फतेहपुर सीकरी सीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पार्टी प्रत्याशी राज बब्बर की टक्कर बीजेपी के राजकुमार चाहर और गठबंधन के प्रत्याशी भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित से है. बब्बर वर्ष 2009 में इसी सीट से बहुत मामूली अंतर से चुनाव हार गये थे.

मथुरा लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी की हेमा मालिनी को कांटे की टक्कर मिल सकती है. इस बार मथुरा में मौजूदा सांसद हेमा मालिनी का मुकाबला महागठबंधन के प्रत्याशी आएलडी के नरेन्द्र सिंह और कांग्रेस के महेश पाठक से है. हेमा ने वर्ष 2014 में मथुरा सीट आसानी से जीती थी, लेकिन इस बार उन्हें प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर मिलने की सम्भावना है.

उत्तर प्रदेश के लिए क्या कहता है एग्जिट पोल?
नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 33 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस की झोली में 02 सीटें जा सकती हैं. महागठबंधन के खाते में 45 सीटें जाने का अनुमान है. एग्जिट पोल के आंकड़े का मतलब साफ है. बीजेपी को 2014 के मुकाबले 40 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस के लिए कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस बिना किसी फायदे या नुकसान के साथ 02 सीटों पर ही कायम है.