नई दिल्ली: बीते रोज चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. चुनाव की तारीखों के एलान के बाद से ही इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है. कुछ मुस्लिम धर्म गुरु और मुस्लिम नेताओं ने रमजान के महीने में चुनाव की तारीखें रखने पर एतराज जताया है. लेकिन एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है. इसके साथ ही उन्होंने इस पर आपत्ती जताने वालों को आड़े हाथ लिया है.
रमजान के पवित्र महीने में लोकसभा चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "रमजान के महीने में चुनाव का विरोध करने वालों को रमजान के बारे में क्या जानकारी है? भारत में रमजान चांद की स्थिति के हिसाब से 5 मई से शुरू होगा और ईद होगी 4 या 5 पांच जून को. जब हमारे देश में चुनाव प्रक्रिया को 3 या 4 जून तक पूरा करना जरूरी है तो, रमजान से पहले चुनाव होना मुमकिन ही नहीं है."
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "मेरा मनना है कि रमजान के महीने में मुसलमान अपने ईमान पर ज्यादा मजबूत होता है. इस महीने में मुसलमान ज्यादा संख्या में वोट डालेंगे. चुनाव को रमजान के महीने से जोड़ना ठीक नहीं है."
बता दें कि लखनऊ में मुस्लिम धर्म गुरु खालिद रशीद फिरंगी महली, बंगाल में ममता सरकार के मंत्री फिरहाद करीम और दिल्ली में आप विधायक अमानतुल्ला को रमजान के दिनों में मतदान की तीन तारीखों पर एतराज है. दलील ये है कि रमजान के महीने में वोट डालने में करोड़ों रोजेदारों को परेशानी होगी.
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