छत्तीसगढ़: चुनाव नहीं लड़ेंगे अजीत जोगी, पहले रमन सिंह के खिलाफ लड़ने का एलान किया था
दलील दी जा रही है कि बसपा और सीपीआई से जो गठबंधन हुआ है उस गठबंधन का अनुरोध है कि अजीत जोगी फिलहाल पहले चरण में चुनाव न लड़ें. इसीलिए चुनाव ना लड़ने का फैसला हुआ है.
रायपुर: चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर सामने आई है. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने अब चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है. पहले कहा जा रहा था कि अजीत जोगी मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव विधानसभा से ताल ठोकेंगे. अजीत जोगी के चुनाव ना लड़ने के पीछे दलील दी जा रही है कि बसपा और सीपीआई से जो गठबंधन हुआ है उस गठबंधन का अनुरोध है कि अजीत जोगी फिलहाल पहले चरण में चुनाव न लड़ें, इसीलिए चुनाव ना लड़ने का फैसला हुआ है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक गठबंधन दलों की ओर से कहा गया कि अजीत जोगी को सिर्फ एक विधानसभा सीट तक सीमित रखना उचित नहीं है. उन पर पूरे 90 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी है. इसलिए पार्टी ने उन्हें चुनाव नहीं लड़ाने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को बसपा के दो प्रदेश प्रभारी जोगी से मिलने पहुंचे थे. दोनों ने अजीत जोगी और अमित जोगी के साथ बैठक की.
मुख्यमंचत्री रमन सिंह 14 साल से सत्ता में हैं, राजनांदगांव से 2008 से लगातार विधायक चुने जा रहे हैं. वहीं अजीत जोगी ने 2016 में कांग्रेस से अलग होकर अपनी अलग पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बनाने का एलान किया था.
बहू ऋचा लड़ेंगी बीएसपी के टिकट पर इस बीच खबर है कि जीत जोगी की बहू ऋचा बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं. खबरों की मानें तो ऋचा जोगी जांजगीर जिले की अकलतरा विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी हो सकती है. ऋचा ने बीएसपी ज्वाइन कर ली है. जानकारी के मुताबिक ऋचा को चुनाव लड़ाने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, सिर्फ औपचारिक ऐलान बाकी है.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा समीकरण पर एक नज़र छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीटें हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 और कांग्रेस ने 39 सीटें जीती थीं. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 सीटों और कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट पर कब्जा किया था. डॉ रमन सिंह 7 दिसंबर 2003 को प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे.