महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: कांग्रेस के दिग्गज नेता सुशील शिंद ने कांग्रेस-एनसीपी के विलय को लेकर नई बहस छेड़ दी है. सुशील शिंदे ने कहा है कि भविष्य में कांग्रेस और एनसीपी एक हो सकते हैं. लेकिन एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार शिंदे की बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. अजित पवार ने कांग्रेस-एनसीपी के एक होने की बात को शिंदे की निजी राय बताया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिंदे ने यह कहकर अटकलों को तेज कर दिया था कि एनसीपी और कांग्रेस एक साथ आएंगे क्योंकि वे भी अब थक गए हैं और हम भी थक गए हैं. शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी को उनकी निजी राय बताया. अजित ने कहा, ''शिंदे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने अपनी निजी राय व्यक्त की है. उन्होंने जो कहा है वह मैंने सुना है और मेरे हिसाब से उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए हैं जो उनका अधिकार है.''
अजित पवार ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ने राज्य में 175 सीटों से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है. राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव होना है. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीपी और कांग्रेस ने अलग अलग काम किया है लेकिन बीजेपी के खिलाफ एक साथ आए हैं.
इशारों पर उठा सवाल: क्या एनसीपी का विलय कांग्रेस में होगा?
शरद पवार ने 1999 में कांग्रेस छोड़ने के बाद एनसीपी का गठन किया था. इससे पहले एनसीपी के कांग्रेस में विलय की अटकलें इस साल जून में तब तेज हुई थी जब कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के परिणामों पर चर्चा करने के लिए शरद पवार से मुलाकात की थी.
शरद पवार भी विलय की बातों को खारिज करते हुए पार्टी के बरकरार रहने की बात कह चुके हैं. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.