नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनावों मोदी सरकार को प्रचंड बहुमत से जीत मिली है. नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. ये चुनाव प्रधानमंत्री ने के चेहरे पर ही लड़ा गया है. इस चेहरे का जादू इस बार भी जनता पर ऐसा चला कि हर विपक्षी पार्टी धराशाई हो गई. जहां यूपी में अखिलेश यादव और मायावती का गठबंधन पूरी तरह फ्लॉप हो गया वहीं बिहार में लालू यादव की पार्टी आरजेडी का खाता तक नहीं खुल पाया. आपको बताते हैं कि इस चुनाव में एनडीए और यूपीए की क्षेत्रीय पार्टियों का क्या प्रदर्शन रहा.



NDA


बीजेपी नीत एनडीए में इस वक्त करीब 41 पार्टियां शामिल हैं. क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन का फायदा बीजेपी को सिर्फ बिहार और महाराष्ट्र में मिला है. बिहार में जेडीयू और महाराष्ट्र में शिवसेना ये दोनों ऐसी पार्टियां हैं जिन्होंने एनडीए की जीत का कद बढ़ाया है. पंजाब में अकाली दल भी मोदी सरकार के साथ है. यूपी में अपना दल (एस) के साथ बीजेपी का गठबंधन है. नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी के साथ नागा पीपल्स फ्रंट, नेशनल पीपल्स पार्टी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट जैसी पार्टियां हैं.


बीजेपी


बीजेपी को इस लोकसभा चुनाव में अपने दम पर 2014 से भी ज्यादा बड़ी जीत मिली है. पिछली बार बीजेपी ने 282 का आंकड़ा पार कर एतिहासिक जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार बीजेपी ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए 303 का आंकड़ा पार कर लिया है. राज्यों की बात करें तो बीजेपी ने यूपी में नुकसान के बावजूद 80 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में 71 सीटें मिली थीं. बीजेपी को हराने के लिए यूपी में मायावती की पार्टी बसपा, अखिलेश यादव की पार्टी सपा और आरएलडी ने गठबंधन किया था लेकिन उन्हें इस चुनाव में इसका कोई फायदा नहीं हुआ. बसपा को 10 सीटें, सपा को 5 सीटें और कांग्रेस 2 सीटों पर सिमट गई है. वहीं अपना दल को दो सीटें मिली हैं. इस राज्य में अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल के साथ बीजेपी का गठबंधन है. अपना दल ने भी दो सीटें जीती हैं.



पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने अकेले लड़ाई लड़ी है. पिछली बार दो सीटें लड़ने वाली बीजेपी को इस बार 18 सीटें हासिल हुई हैं.

बिहार- जेडीयू

बिहार में भी पार्टी को बहुत फायदा हुआ है. इस राज्य में बीजेपी ने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और राम विलास पासवान की पार्टी एलजेपी के साथ गठबंधन में चुनावी दंगल में उतरी. बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी कागठबंधन राज्य की 40 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा. एनडीए में बीजेपी ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं जेडीयू को 16 और एलजेपी को 6 सीट पर जीत मिली.

तमिलनाडु- AIDMK
तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं और यहां पर एक सीट पर चुनाव रद्द होने के बाद 38 सीटों पर वोटिंग हई थी. 2014 में 37 सीटें जीतने वाली एआईएडीएमके के साथ इस बार बीजेपी ने गठबंधन में चुनाव लड़ा. लेकिन पूरे देश में मोदी लहर के बाद राज्य में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला. एआईएडीएमके को इस चुनाव में सिर्फ  एक सीट पर जीत हासिल हुई है.

महाराष्ट्र-शिवसेना

महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा. 48 सीटों वाले इस राज्य में इस गठबंधन ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की.

पंजाब-अकाली दल

पंजाब में बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन ने 13 में से चार सीटों पर जीत हासिल की है. हरियाणा में बीजेपी अकेले मैदान में थी और सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की है.  कर्नाटक में बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा है और कुल 28 सीटों में से 25 पर अकेले जीत दर्ज की है.

UPA


कांग्रेस

2014 के लोकसभा चुनावों में 44 सीटों पर सिमट जाने वाली कांग्रेस इस बार कुल 52 सीटें ही जीत पाई है. यूपीए में करीब 36 पार्टिया शामिल हैं. ये गठबंधन इस चुनाव में 87 सीटें ही जीत पाया है. कांग्रेस इस चुनाव में तमिलनाडु के अलावा कहीं भी क्षेत्रीय पार्टियों का फायदा नहीं मिल पाया है.

बिहार- आरजेडी

यूपीए  की पार्टियों में बिहार में राष्ट्रीय जनता दल, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (आरएलएसपी) और जीतन राम मांझी का हिंदुस्तान आवाम मोर्चा शामिल है. शरद यादव की नई पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल भी यूपीए में शामिल है. इस चुनाव में ये पार्टियां पूरी तरह साफ हो गई हैं. कांग्रेस बिहार में एक सीट जीत पाई है वहीं लालू यादव की पार्टी आरजेडी अपना खाता भी नहीं खोल पाई है. 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने 4, आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में आरएलएसपी बीजेपी के साथ थी.


महाराष्ट्र- एनसीपी

महाराष्ट्र में कांग्रेस का एनसीपी के साथ गठबंधन हैं लेकिन इस राज्य में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर  जीत हासिल हुई है. वहीं एनसीपी 4 सीटें जीतने में कामयाब रही है.

तमिलनाडु- डीएमके


तमिलनाडु में डीएमके के साथ कांग्रेस का गठबंधन है. इस राज्य में यूपीए ने अच्छा प्रदर्शन किया है. तमिलनाडु में डीएमके 22, कांग्रेस 8, सीपीआई 2, सीपीएम 1, एआईएडीएमके 1, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग 1, वीसीके 1 सीट जीतने में कामयाब रही है.


केरल- केरल कांग्रेस

केरल में कांग्रेस का केरल कांग्रेस के साथ गठबंधन है. इन दोनों पार्टियों ने राज्य की कुल 20 में से 16 सीटों पर जीत दर्ज की है. जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस का नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन हैं. 6 सीटों पर हुए चुनाव में अब तक तीन सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है वहीं 2 सीटों पर एनसी जीत दर्ज कर चुकी है और एक सीट पर लीडिंग है.


कर्नाटक-जेडीएस 
कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन किया था. जेडीएस पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी है और खुद इस चुनावों में अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं. जेडीएस को एक सीट पर जीत मिली है और वहीं कांग्रेस भी एक सीट ला पाई है.