हेलिकॉप्टर से उड़ान भड़ने के बाद Akhilesh Yadav बोले- समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा!
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने फोटो साझा करते हुए लिखा है समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा!
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आज बीजेपी की सरकार पर हेलिकॉप्टर में देरी के आरोप लगाए. पूर्व सीएम को मुजफ्फरनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए पहुंचना था लेकिन दोपहर दो बजकर 34 मिनट पर उन्होंने ट्वीट किया और आरोप लगाया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें रोक कर रखा गया है. हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
अखिलेश (Akhilesh Yadav) ने ट्विटर पर लिखा, ''मेरे हेलिकॉप्टर को अभी भी बिना किसी कारण बताए दिल्ली में रोककर रखा गया है और मुजफ्फरनगर नहीं जाने दिया जा रहा है. जबकि भाजपा के एक शीर्ष नेता अभी यहाँ से उड़े हैं. हारती हुई भाजपा की ये हताशा भरी साज़िश है. जनता सब समझ रही है.''
हालांकि तीन बजकर चार मिनट पर खबर आई कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मुजफ्फरनगर के लिये उड़ चुके हैं. फिर तीन बजकर 10 मिनट पर अखिलेश ने ट्वीट किया, सत्ता का दुरूपयोग हारते हुए लोगों की निशानी है… समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा! हम जीत की ऐतिहासिक उड़ान भरने जा रहे हैं .''
सत्ता का दुरूपयोग हारते हुए लोगों की निशानी है… समाजवादी संघर्ष के इतिहास में ये दिन भी दर्ज होगा!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 28, 2022
हम जीत की ऐतिहासिक उड़ान भरने जा रहे हैं… pic.twitter.com/RLrio4WNWm
समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर कहा, ''एक अकेला लड़ जाएगा, जीतेगा और बढ़ जाएगा.''
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मुजफ्फरनगर में गठबंधन सहयोगी जयंत चौधरी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय में होनी वाली है जब अगले दो सप्ताह में पश्चिमी यूपी में चुनाव होने वाले हैं और बीजेपी ने जयंत चौधरी को साथ आने का ऑफर दिया है. हालांकि जयंत चौधरी इस न्योते को ठुकरा चुके हैं.
आज ही जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि वह (बीजेपी) पश्चिम उत्तर प्रदेश को जाट लैंड कहते हैं, हरियाणा को वे क्या मानते हैं? वह बस ध्रुवीकरण पैदा करना चाहते हैं. जातिगत आधार पर ध्रुवीकरण हो, धार्मिक आधार पर उन्माद फैले यह उनकी रणनीति है. मुझे वह खुश करके क्या हासिल कर रहे हैं.
आरएलडी अध्यक्ष ने कहा, ''हमारे मुद्दों पर ध्यान दीजिए, किसानों के साथ न्याय कीजिए. लखीमपुर की घटना अभी ताज़ी है, मंत्री अभी भी मंत्री बने बैठे हैं. किसानों को गिरफ़्तार किया जा रहा है, मुकदमे वापस नहीं लिए गए. इन मामलों पर वह जवाब दें.''