Hathras कांड को लेकर Akhilesh Yadav ने किया ट्वीट, साझा की ये तस्वीर
Hathras Rape Case: हाथरस के एक गांव में 14 सितंबर 2020 को 19 साल की युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. हालत बिगड़ने के बाद उसे दिल्ली ले जाया गया जहां पीड़िता की मौत हो गयी थी.
UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाथरस में बलात्कार के बाद जान गंवाने वाली युवती की याद में पिछले वर्ष नवंबर में हर माह की 30 तारीख को ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाने की बात कही थी. इसी क्रम में उन्होंने रविवार को हाथरस की पीड़िता की याद में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देती हुई अपनी एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है.
इससे पहले किये गये अपने ट्वीट में पीड़िता के प्रति हुये अपराध के लिये सरकार को घेरते हुये सपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा था कि प्रदेशवासियों व सपा कार्यकर्ताओं से अपील है कि हर महीने की तीस तारीख को याद किये जाने वाले ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ की कड़ी में आज 30 जनवरी को ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाएं और लोगों को ‘दलित व महिला विरोधी भाजपा’ की बर्बरता याद दिलाएं!
यूपी कहे आज का
नहीं चाहिए भाजपा
‘हाथरस की बेटी’ की स्मृति में… pic.twitter.com/nM7y1aDxix
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 30, 2022
जबरन अंतिम संस्कार से परिवार में था रोष
उन्होंने कहा था कि हर महीने 30 तारीख को बीजेपी की सरकार का दलित और महिला विरोधी चेहरा बेनकाब किया जाएगा. गौरतलब है कि हाथरस के एक गांव में 14 सितंबर 2020 को 19 साल की युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. युवती की हालत बिगड़ने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां घटना के दो हफ्ते बाद पीड़िता की मौत हो गयी थी. परिवार और स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश था कि पुलिस ने जबरन आधी रात को उसका अंतिम संस्कार करवा दिया था. वहीं, स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना था कि परिवार की इच्छा के अनुसार अंतिम संस्कार कराया गया है.
उप्रवासियों व सपा कार्यकर्ताओं से अपील है कि हर महीने की तीस तारीख को मनाए जानेवाले ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ की कड़ी में आज 30 जनवरी को ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाएं और लोगों को ‘दलित व महिला विरोधी भाजपा’ की बर्बरता याद दिलाएं!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 30, 2022
यूपी कहे आज का
नहीं चाहिए भाजपा
कांग्रेस ने की थी विधानसभा चुनावों में टिकट की पेशकश
हाथरस कांड के पीड़ित परिवार को कांग्रेस ने इस वर्ष विधानसभा चुनावों को लड़ने के लिये टिकट की भी पेशकश की थी पर पीड़िता के परिवार वालों ने चुनाव लड़ने से साफ इंकार कर दिया था. पीड़िता के परिवार ने कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है, पीड़िता के भाई ने कहा कि वे राजनीति के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं क्योंकि बहन के लिए न्याय मांगना उनकी पहली प्राथमिकता है न की चुनाव लड़ना.