UP Election 2022: दो चरणों की वोटिंग को लेकर Amit Shah और Akhilesh Yadav ने किया ये दावा, तीसरे फेज के लिए भरी हुंकार
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश की 403 में से 113 सीटों पर दो चरणों में वोट डाले गए हैं. तीसरे चरण के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इसके लिए सभी पार्टी धुंआधार कैंपेन चला रही है.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में दो चरणों में 113 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. इसके बाद मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने दावा किया कि पहले दो चरणों में समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है. उन्होंने मैनपुरी की जनसभा में कहा कि 300 से ज्यादा सीटों की बीजेपी सरकार की नींव डालने का काम पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने किया है. तीसरे चरण में इस बहुमत को और भव्य बनाना है. उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है.’’
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि महाराजपुर में चुनावी जनसभा में दावा किया कि दूसरे चरण के मतदान के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता सुन्न हो चुके हैं. जब तीसरे चरण का मतदान पड़ेगा तब बीजेपी शून्य हो जाएगी. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि पहले और दूसरे चरण का मतदान देख कर गर्मी निकालने वालों की भाप निकल गई है.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर कहा, ''बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे अपने 'कर्तव्य-पथ' पर डटे रहिये! चुनाव का हर चरण आपको प्रचंड विजय के निकट ले जा रहा है. जय श्री राम!''
बिना रुके
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 15, 2022
बिना थके
बिना डिगे
अपने 'कर्तव्य-पथ' पर डटे रहिये!
चुनाव का हर चरण आपको प्रचंड विजय के निकट ले जा रहा है।
जय श्री राम! pic.twitter.com/eCNgV9m33X
तीसरे चरण का गणित
तीसरे चरण के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) तक और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से लेकर मायावती (Mayawati) तक 16 जिलों की 59 सीटों पर जोर लगाए हैं लेकिन जाति और समीकरणों के हिसाब से हर पार्टी का फोकस उन सीटों पर है जिनको साधना रणनीति के हिसाब से फिट बैठता है. तीसरे चरण में यादव बहुल सीटों पर वोटिंग होने वाली है.
20 फरवरी को 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इन 59 सीटों में से 30 यानि आधी सीटें ऐसी हैं जो यादव बहुल आबादी वाली हैं. बीजेपी का फोकस यादव बहुल आबादी वाली सीटों को अपने पाले में करना है. पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ में बीजेपी ने कमल खिलाने में कामयाब रही थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 59 में से 49 सीटों पर कब्जा किया था. समाजवादी पार्टी के हिस्से 8 सीटें आई थीं. जबकि कांग्रेस और बीएसपी को सिर्फ एक-एक सीट ही मिली थी. बीजेपी पिछले चुनाव के इतिहास को दोहराना चाहती है.
तीसरे चरण में करहल सीट पर भी वोटिंग होगी. इस सीट पर अखिलेश यादव का मुकाबला बीजेपी के एसपी सिंह बघेल से हैं जो केंद्र में मंत्री रहते हुए इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.