नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से सोमवार को मुलाकात की. पार्टी ने इससे कुछ ही घंटों पहले अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया था. इन दोनों नेताओं को लोकसभा चुनावों के लिए इस बार टिकट नहीं दिया गया है. लंबे समय से गांधीनगर सीट से बीजेपी के प्रतिनिधि रहे आडवाणी की जगह इस बार शाह को यहां से टिकट दिया गया है. वहीं कानपुर में जोशी की जगह सत्यदेव पचौरी को टिकट दिया गया है.


जोशी ने एक बयान में कहा था कि पार्टी ने उन्हें बताया है कि वह उन्हें कानपुर से टिकट नहीं देगी. हालांकि आडवाणी ने उम्मीदवारी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. उन्होंने यह कहते हुए एक ब्लॉग लिखा था कि बीजेपी का विरोध करने वाले लोगों को उनकी पार्टी ने कभी भी 'राष्ट्र विरोधी' नहीं कहा.


आडवाणी और जोशी दोनों को ही 2014 के आम चुनावों के बाद पार्टी ने एक तरह से दरकिनार कर दिया था. इन चुनावों में बीजेपी को नरेंद्र मोदी की अगुवाई में स्पष्ट बहुमत मिला था. संगठन के प्रमुख पदों से मुक्त करने के बाद पार्टी नेतृत्व ने इस बार के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट न देकर उनकी चुनावी पारी पर भी विराम लगा दिया. बीजेपी ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह 75 साल से ज्यादा उम्र के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देगी.


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