Citizenship Amendment Act पर बोले अमित शाह- जो कहा था वो किया, संविधान निर्माताओं का वादा पूरा हुआ
अमित शाह ने कहा कि हर शर्णार्थी हमारे-आपके जितना ही देश में जीने का अधिकारी है. कांग्रेस अपनी राजनीति की वजह से सीएए का विरोध करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है.
Citizenship Amendment Act: गृहमंत्री अमित शाह ने सिकंदराबाद में एक सभा में सीएए को लेकर अपनी बात जनता के सामने रखी और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि अब देश में जीने का जितना अधिकार मुझे और आपको है, उतना ही अधिकार हर शर्णार्थी को भी है.
अमित शाह ने कहा ''हमने कहा था कि हम सीएए लाएंगे, कांग्रेस पार्टी सीएए का विरोध करती थी. आजादी के बाद से हमारे संविधान निर्माताओं का वादा था कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जो शर्णार्थी आएंगे उन्हें हम नागरिकता देंगे. लेकिन वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के चलते कांग्रेस इसका विरोध करती थी. लाखों लोग अपना धर्म और सम्मान बचाने के लिए इस देश में आए, लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिलती थी."
पीएम मोदी ने लोगों को सम्मान दिया
अमित शाह ने आगे कहा "नरेंद्र मोदी जी ने हिंदू, बौध, सिख, जैन और पारसी लोगों को नागरिकता देकर उनका सम्मान करने का काम किया है. हमने इन शर्णार्थियों को सम्मानजनक जीवन जीने का मौका दिया है. कल से इस देश में आया हुआ हर एक शर्णार्थी हमारे और आपके जितने ही अधिकारी हैं.''
11 मार्च को लागू हुआ सीएए
नागरिकता संशोधन कानून 11 मार्च 2024 को लागू हुआ. नागरिकता कानून में संशोधन के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार लंबे समय से प्रयासरत थी. 2019 में इसे दोनों सदनों की मंजूरी मिल गई थी. इसके बार राष्ट्रपति ने भी अपनी सहमति दे दी थी और कानून में संशोधन हो गया था. हालांकि, इसका काफी विरोध हुआ था. इस वजह से 2019 में कानून बनने के बावजूद इसे लागू नहीं किया गया था. अब भारत सरकार ने 11 मार्च को नोटिफिकेशन जारी कर इस कानून को लागू कर दिया है. इसके जरिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक नागरिकों (हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन) को भारत में आसानी से नागरिकता दी जा सकती है.
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