नई दिल्लीः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज वाराणसी, उत्तरप्रदेश में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी के वाराणसी से नामांकन और क्षेत्र के लिए किए गए विकास कार्यों पर अपनी बात रखी. अमित शाह की वाराणसी, उत्तरप्रदेश में आयोजित प्रेस वार्ता में पीएम मोदी के नामांकन और रोड शो से जुड़ी जानकारी भी दी गई.
अमित शाह ने बताया कि 25 अप्रैल को दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक काशी लोक सभा क्षेत्र में बीजेपी की ओर से एक भव्य रोड शो का आयोजन किया गया है जो महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा से प्रारंभ होकर लंका, अस्सी, सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध घाट पर समाप्त होगा. भव्य रोड शो के बाद पीएम मोदी शाम सात बजे गंगा आरती में भाग लेंगे. गंगा आरती के बाद वे काशी के बुद्धिवियों के साथ वाराणसी के होटल डी पेरिस में वार्तालाप करेंगे.
26 अप्रैल को सुबह 09:30 बजे वे इसी स्थान पर काशी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ वार्ता करेंगे. इस कार्यक्रम के पश्चात् प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नगर देवता कालभैरव के दर्शन कर नामांकन करने जायेंगे. मोदी काशी से ही सांसद रहे और विश्व की सबसे पुरातन नगरी काशी को अपनी आध्यात्मिक गरिमा एक इंच भी नीचे लाए बगैर विश्व की सबसे आधुनिक नगर बनाने की दिशा में ढेर सारे काम पांच साल के अंदर हुए हैं.
अमित शाह ने कहा कि इस बार भी नामांकन के भव्य रोड शो और मोदी के नामांकन के बाद मुझे लगता है निर्णायक लहर और सुनामी बीजेपी और एनडीए के पक्ष में देखी जाने वाली है. एक बहुत बड़ी लहर 2014 में मोदी के नामांकन में दिखाई पड़ी थी. इस बार भी एक प्रचंड लहर मोदी के नामांकन के पहले दिखाई पड़ती है. जिस दिन मोदी ने 2014 में नामांकन किया ये लहर सुनामी में परिवर्तित हुई थी.
जिस प्रकार से काशी का विकास नरेन्द्र मोदी ने सांसद के नाते, देश के प्रधानमंत्री के नाते किया है आज काशी पूरे विश्व के अंदर अपनी गरिमामय स्थान को फिर से एक बार प्राप्त करने के लिए गौरवान्वित हुई हैं. मोदी के नामांकन में भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता और संसदीय दल के सभी नेता सम्मिलित होंगे इसके अलावा प्रकाश सिंह बादल, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान, एआईएडीएमके, असम गण परिषद और अपना दल के नेता एवं उद्धव ठाकरे भी सम्मिलित होंगे.
नार्थ ईस्ट में एनईडीए के अंतर्गत जितने दल भाजपा के साथ जुड़े हैं, उन सभी दलों के नेता मोदी के नामांकन के समय उपस्थित रहेंगे.
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अमित शाह ने कहा कि पहले राहुल बाबा एंड कंपनी और ये गठबंधन हारने के बाद ईवीएम पर सवाल उठाते थे. अब पहले से हार दिखाई पड़ रही है इसलिए अभी से सवाल उठा रहे हैं. जब तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनीं तो सब जगह फोटो खिंचवाने अखिलेश यादव गए. इसी ईवीएम से वोटिंग हुई थी तो वो सच था या झूठ था? जब हार जाते हैं तो ईवीएम ठीक नहीं है और जब जीत जाते हैं तो तब ईवीएम ठीक है.