नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश की सीएम चंद्रबाबू नायडू के एनडीए से अलग होने के बाद से ही दोनों दलों के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है. चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोलते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भविष्य में उनके साथ किसी भी तरह के गठबंधन से इंकार किया है. अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा है कि उनकी पार्टी अगर 2019 में सत्ता में वापस आती है तो चंद्रबाबू नायडू को एनडीए का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा.


आंध्र प्रदेश में एक रैली के दौरान कार्यकर्ताओं से बात करते हुए शाह ने चंद्रबाबू नायडू को 'यू-टर्न' सीएम बताया. नायडू के राजनीतिक करियर पर सवाल उठाते हुए शाह ने कहा, ''नायडू ने कांग्रेस के साथ उस वक्त अपने करियर की शुरुआत की थी, जब वह सत्ता में थी. पर कांग्रेस के हारने के बाद मौका मिलते ही नायडू ने कांग्रेस छोड़ दी एन टी रामाराव की टीडीपी ज्वाइन कर ली.''


शाह ने आगे कहा, ''नायडू ने एनटीआर को धोखा दिया और उनकी पार्टी पर कब्जा कर लिया. जब अटल बिहारी वाजपेयी पीएम बने तो नायडू ने एनडीए ज्वाइन कर ली. जैसे ही 2004 में एनडीए की सरकार गिरी नायडू ने भी खुद को अलग कर लिया.''





शाह ने कहा, ''10 साल सत्ता के बगैर गुजारने के बाद जब नायडू को लगा कि मोदी के बिना सरकार नहीं बन सकती, तो वो एनडीए का हिस्सा बन गए.'' शाह यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा, ''तेलंगाना चुनाव से पहले नायडू ने तेलगू लोगों को अपमान करते हुए कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया. चुनाव में हारने के बाद नायडू खुद को कांग्रेस से भी अलग कर लिया और अब वह महागठबंधन का हिस्सा हैं.''


नायडू के लिए बीजेपी के सभी दरवाजे बंद होने की बात करते हुए शाह ने कहा, ''जैसे ही चुनाव की उलटी गिनती शुरू होगी, नायडू फिर से बीजेपी के साथ आने की कोशिश करेंगे, पर अब उन्हें बीजेपी का साथ नहीं मिलेगा. एनडीए में नायडू के लिए सभी दरवाजें बंद हो चुके हैं. हम उन्हें वापस नहीं लेंगे.''