Andhra Pradesh Politics News: आंध्र प्रदेश की सियासत में बुधवार रात (11 अक्टूबर) को एक फोटो ने काफी हलचल मचा दी. इस तस्वीर ने सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) को भी असमंजस में डाल दिया है. दरअसल, पुराने सभी शिकवों को भुलाते हुए तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के महासचिव नारा लोकेश ने बुधवार (11 अक्टूबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और जेल में बंद अपने पिता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की जान को खतरे की आशंका जताई.


इससे पहले लोकेश बुधवार को दिन में दूसरे दिन ताडेपल्ली में सीआईडी पूछताछ में शामिल हुए और बाद में दिल्ली के लिए निकले. किसी को भी इस बात की भनक नहीं थी कि नारा लोकेश के दिल्ली जाने की वजह क्या है. इस मुलाकात का खुलासा आंध्र प्रदेश बीजेपी की अध्यक्ष पुरंदेश्वरी की ओर से एक्स (पहले ट्विटर) पर डाली गई एक पोस्ट से हुआ, जिसमें उन्होंने नारा लोकेश और अमित शाह की मुलाकात की तस्वीर भी डाली थी. हालांकि पुरंदेश्वरी के पोस्ट के कुछ ही घंटों बाद नारा लोकेश ने भी इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया पर दी.


वाईएसआर कांग्रेस की बढ़ी चिंता


इस मुलाकात ने वाईएसआर कांग्रेस की चिंताएं बढ़ा दी हैं. दरअसल, इस नारा लोकेश और अमित शाह की मीटिंग के दौरान आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पुरंदेश्वरी और तेलंगाना बीजेपी के अध्यक्ष किशन रेड्डी भी मौजूद थे. ऐसे में सत्तारूढ़ दल इस बात से परेशान हो रहा है कि कहीं केंद्र सरकार हस्तक्षेप कर चंद्रबाबू नायडू को बाहर न निकाल दे. यह चिंता काफी दिनों से है. यही वजह है कि आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी खुद पिछले हफ्ते दिल्ली गए थे और अमित शाह से मुलाकात कर केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप न करने का अनुरोध किया था. बता दें कि वाईएसआर कांग्रेस पहले से ही पुरंदेश्वरी पर चंद्रबाबू की सहयोगी होने का संदेह कर उनके पीछे पड़ी है.


क्या लिखा नारा लोकेश और पुरंदेश्वरी ने


इस मुलाकात के बाद एक्स (पहले ट्विटर) पर नारा लोकेश ने पोस्ट करते हुए लिखा, “माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात की और उन्हें आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सरकार की ओर से राज्य मशीनरी के दुरुपयोग, प्रतिशोध की राजनीति और उस जेल की भयावह स्थिति से अवगत कराया, जहां उनकी (नायडू की) जान को खतरा है.''










वहीं दूसरी ओर पुरंदेश्वरी ने लिखा, "लोकेश ने अमित शाह जी को राज्य सरकार और शीर्ष पर बैठे नेताओं के प्रतिशोध के बारे में विस्तार से बताया. अब वो लोग इस पर जवाब दें जो ये कहते हैं कि चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी में बीजेपी का हाथ है. अगर ऐसा होता तो अमित शाह नारा लोकेश को मिलने के लिए समय क्यों देते."


राजनीतिक गलियारों में शुरू हुई नई चर्चा


वहीं इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में भी नई चर्चा शुरू होने लगी है. चर्चा है कि इस मुलाकात के बाद एक बार फिर टीडीपी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से मुकाबला करने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है. बता दें कि चंद्रबाबू नायडू कौशल विकास घोटाले में 11 सितंबर से आंध्र प्रदेश की राजमुंदरी सेंट्रल जेल में बंद हैं. उनकी न्यायिक हिरासत 19 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है.


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