Lok Sabha Election 2019: कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के गठबंधन में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. दोनों पार्टियों के बीच विवाद की मुख्य वजह मांड्या, मैसूर और हसन लोकसभा सीट का बंटवारा है. विवाद को देखते हुए एकता का मैसेज देने के लिए 13 अप्रैल को मांड्या में कांग्रेस और जेडीएस के बड़े नेता रैली करने वाले हैं.


अंग्रेजी अखबार द हिंदु की रिपोर्ट के मुताबिक सीट समझौते से नाखुश नेताओं पर दोनों पार्टियों ने कड़े कदम उठाने का फैसला भी कर लिया है. अगर ये नाखुश नेता विपक्ष के उम्मीदवारों का समर्थन करते हुए नज़र आए तो इनके खिलाफ गंभीर कार्रवाई की जाएगी. स्टेट कांग्रेस के कई नेताओं ने मांड्या और हसन से दूरी बना रखी है.


13 अप्रैल को होने वाली रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जेडीएस अध्यक्ष एच डी देवगौड़ा मांड्या लोकसभा में आने वाले के आर नगर में रैली करेंगे. कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि इस रैली का प्रभाव मैसूर और हसन सीट पर भी देखने को मिलेगा.


यह दूसरा मौका होगा जब गांधी, देवगौड़ा एक साथ रैली कर रहे हैं. अपनी पहली रैली में राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं से जेडीएस के उम्मीदवारों के लिए काम करने की अपील की थी.