Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन को लेकर आतुर हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें तवज्जो देने के लिए तैयार नहीं है. आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक केजरीवाल का दर्द बुधवार को एक बार फिर छलका. उन्होंने एक सभा में कहा, ''कांग्रेस-आम आदमी पार्टी (आप) में गठबंधन हो जाए तो BJP सातों सीटें हार जाएगी, जमानत जब्त हो जाएगी. लेकिन कांग्रेस को मना-मना कर थक गए. मुझे नहीं समझ आता कि उनके मन में क्या है ?''
जामा मस्जिद पर आयोजित आम आदमी पार्टी की सभा में अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''UP में कांग्रेस SP-BSP को कमजोर करने गई है, दिल्ली में AAP को कमजोर करने में लगी है. लेकिन कांग्रेस साथ आए न आए हम अकेले लड़ेंगे. कांग्रेस ने गठबंधन से मना कर दिया है. हम अकेले लड़ेंगे और BJP को सातों सीटों पर हराएंगे. जैसे हमने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराया था. वह 70 सीट में से तीन सीट जीत पाई थी.''
आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकामयाब रही थी. हालांकि उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी.
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आज परिस्थिति बदल चुकी है. तमाम सर्वे में दावा किया गया है कि बीजेपी 2014 को दोहरा सकती है. वहीं कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ सकता है. कांग्रेस ने चुनाव से ठीक पहले 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. वह लगातार छोटी-छोटी सभाएं कर रही हैं और एक बार फिर संगठन को मजबूत कर रही है.
कांग्रेस दिल्ली में अकेले लड़ने का इरादा जता चुकी है. वहीं आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में खिसकते जनाधार को देखते हुए कांग्रेस से गठबंधन के लिए कई बार खुले मंच से अपील कर चुकी है.