तिहाड़ जेल में इतने दिनों तक क्या-कुछ करते थे अरविंद केजरीवाल? दिल्ली CM ने बताई एक-एक बात
Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि जेल में उन्हें तोड़ने की कोशिश की गई, लेकिन वे 100 मजबूत होकर वापस आए हैं. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बात कही.
Arvind Kejriwal News: जेल से निकलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में केंद्र की मोदी सरकार पर चुन-चुनकर हमला बोला है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तिहाड़ जेल में बिताए दिनों को याद किया. सीएम केजरीवाल ने बताया कि जेल में वे रामायण, गीता, महाभारत पढ़ा करते थे. केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने भगत सिंह की जेल डायरी पढ़ी, जिसने उन्हें मजबूत किया. उन्होंने लोगों से इस किताब को पढ़ने की अपील भी की.
जेल में केजरीवाल ने क्या किया?
दिल्ली के सीएम ने बताया कि जेल में उन्होंने पॉलिटिकल किताबें, स्वतंत्रता आंदोलन की कई किताबें भी पढ़ी. उन्होंने कहा, "यही वजह हैं कि मैं जेल से 100 गुना ताकत के साथ आया हूं. बीजेपी ने कई बार मेरे हौसले को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वह कभी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुए." उन्होंने कहा, मेरी छोटी पार्टी ने देश की राजनीति बदल दी. जेल में मुझे सोचने का बहुत वक्त मिला."
सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की
केजरीवाल ने मंच से ना सिर्फ मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बात कही, बल्कि दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी इशारा किया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की. उन्होंने यह भी साफ किया कि मनीष सिसोदिया दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. केजरीवाल ने कहा कि मेरे इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी का कोई नेता सीएम बनेगा. उन्होंने कहा अगले दो-तीन दिनों के भीतर विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा.
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के एलजी को पत्र लिखकर इजाजत मांगी थी कि स्वतंत्रता दिवस के दिन आतिशी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए. उन्होंने कहा, "इसके बदले में मुझे हिदायत दी गई कि फिर से पत्र लिखा तो परिवार से नहीं मिलने दिया जाएगा."
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