नई दिल्लीः हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा घर वापसी के रास्ते तलाश रहे हैं. अरविन्द दो बार करनाल से सांसद रहे लेकिन 2014 की मोदी लहर मे उनकी भी नाव डूब गई और उसके कुछ ही महीनों बाद जब हरियाणा विधानसभा का चुनाव हुआ तो शर्मा जी ने बीएसपी का दामन थाम लिया.


2019 में अरविंद शर्मा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए. जब अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुए तो उन्हें लगा बीजेपी उन्हें ही करनाल से लोकसभा का टिकट देगी लेकिन जब तीन दिन पहले भाजपा ने हरियाणा के आठ उम्मीदवारों की सूची जारी की तो उसने करनाल से मुख्यमंत्री मनमोहन लाल के नज़दीकी संजय भाटिया को उम्मीदवार बना दिया.


उसके बाद बीजेपी ने अरविंद शर्मा को कहा की वो रोहतक से लोकसभा चुनाव लड़ें जहां से दीपेन्द्र हुड्डा तीसरी बार सांसद है और जो कि जाट बेल्ट हैं लेकिन अरविंद शर्मा ने इसको ख़ारिज कर दिया. दीपेन्द्र हुड्डा के सामने ना लड़ने के पीछे दोनों परिवारों की नज़दीकियां भी बड़ा कारण है.


अब अरविन्द शर्मा एक बार फिर से घर वापसी चाहते है उनकी हरियाणा सहित दिल्ली के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाक़ात हुई है. सूत्र बता रहे हैं जल्द ही वो कांग्रेस मे शामिल हो सकते हैं.


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