जयपुर: राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए मतदान में लगभग 73.62 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. दो तीन छोटी-मोटी घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा. मतदान का अंतिम आंकड़ा देर रात तक ही आ पाएगा क्योंकि डाक मतों व सेवा मतों को अभी इसमें जोड़ा जाना बाकी है. इसके साथ ही कुछ मतदान केंद्रों में मतदान देर शाम तक जारी था.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि नियमों के अनुसार पांच बजे तक मतदान केंद्र में मतदाताओं की कतार में लगने वाले लोग मतदान कर सकते हैं इसलिए कई जगह मतदान की प्रक्रिया अभी चल रही है. उन्होंने कहा कि डाक मतों व सर्विस मतों को इसमें जोड़ा जाना बाकी है. शाम सात बजे तक 72.59 फीसदी मतदान हो चुका था.
आनंद कुमार ने बताया कि राज्य की पोकरण विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 87.07 फीसदी और सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 59.97 फीसदी मतदान हुआ है. कुमार ने हालांकि 2013 के पिछले चुनाव की तुलना में मतदान प्रतिशत कम रहने पर निराशा जताई. 2013 में कुल मिलाकर 75.23% मतदान हुआ था. कुमार ने कहा कि लोगों को जागरुक करने के अभियान और अन्य गतिविधियों के चलते मतदान अधिक रहने की उम्मीद थी.
वहीं विशिष्ट पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एन आर के रेड्डी ने बताया कि दो तीन छोटी घटनाओं को छोड़कर राज्य भर में मतदान शांतिपूर्ण रहा. इन घटनाओं के कारण मतदान की प्रक्रिया बाधित नहीं हुई.
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रेड्डी ने बताया कि बीकानेर के कोलायत और सीकर में दो गुटों में झड़प हुई. वहीं अलवर के शाहजहांपुर के एक गांव में कुछ लोगों ने मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश की. वहां अर्धसैनिक बलों को हालात पर काबू पाने के लिए हवा में गोली चलानी पड़ी. इस घटना के कारण मतदान बाधित हुआ.
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बीकानेर के कोलायत में एक मतदान केंद्र के बाहर दो गुट आपस में उलझ गए. एक वाहन फूंक दिया गया. सीकर में भी ऐसी झड़प हुई लेकिन मतदान अप्रभावित रहा. कुमार ने बताया कि कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम व वीवीपैड मशीनों को बदलना पड़ा हालांकि यह संख्या बहुत मामूली रही.
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