सियासी पिच पर गजब मुकाबला, कहीं चाचा-भतीजा तो कहीं भाई-भाई के खिलाफ ठोक रहा ताल, इन सीटों के रिजल्ट पर टिकी सबकी निगाहें
Election Result 2023: छत्तीसगढ़ की वीआईपी सीट पर जहां CM भूपेश बघेल के सामने उनके भतीजे और बीजेपी सांसद विजय बघेल ताल ठोंक रहे हैं, तो वहीं मध्य प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर अपने ही अपनों के खिलाफ हैं.
Assembly Election 2023 Result: सात नवंबर को छत्तीसगढ़ से शुरू हुई पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम) की चुनाव प्रक्रिया 30 नवंबर को तेलंगाना में मतदान के साथ खत्म हो गई. अब लोगों को आज आने वाले रिजल्ट का इंतजार है. तीन दिसंबर की रात तक लगभग हर सीट पर हार जीत का फैसला हो जाएगा. हालांकि चुनाव आयोग आज सिर्फ चार राज्यों का रिजल्ट जारी कर रहा है. मिजोरम चुनाव के मतगणना की तारीख में बदलाव किया गया है.
इन राज्यों में कई सीटें ऐसी भी हैं जिन पर सबकी नजर टिकी है. ये ऐसी सीटें हैं जो वीआईपी कैंडिडेट्स की वजह से नहीं, बल्कि इसलिए मशहूर हैं क्योंकि इन पर परिवार के लोग ही आपस में एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हैं. कहीं छोटा भाई अपने बड़े भाई के खिलाफ लड़ रहा है तो कहीं पत्नी अपने पति के खिलाफ ताल ठोक रही है. यहां हम आपको बताएंगे पांच राज्यों की ऐसी ही विधानसभा सीटों के बारे में.
मध्य प्रदेश का हाल
मध्य प्रदेश में कई विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां अपने ही अपनों के खिलाफ मोर्चा खेले बैठे हैं. दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही बड़े दलों से हैं और सीधे चुनौती दे रहे हैं.
1. होशंगाबाद
होशंगाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सीतारमण शर्मा के सामने उनके बड़े भाई गिरिजाशंकर शर्मा हैं. गिरिजाशंकर शर्मा को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बना रखा है.
2. टिमरनी
टिमरनी विधानसभा सीट पर भी काफी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. इस सीट पर चाचा और भतीजे के बीच जंग है. चाचा संजय शाह जहां बीजेपी के टिकट पर खड़े हैं, तो वहीं भतीजा अभिजीत शाह कांग्रेस की तरफ से ताल ठोक रहा है.
3. देवतालाब
देवतालाब विधानसभा सीट पर भी चाचा और भतीजे के बीच लड़ाई है. यहां चाचा गिरीश गौतम बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जबकि भतीजा पदमेश गौतम कांग्रेस के कैंडिडेट हैं.
4. सागर
सागर विधानसभा सीट पर जेठ और बहू के बीच सियासी जंग देखने को मिल रही है. यहां जेठ शैलेंद्र जैन को बीजेपी ने टिकट दिया, जबकि बहू निधि जैन को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है.
5. डबरा सीट
डबरा सीट पर एक और दिलचस्प मुकाबला हो रहा है. यहां समधी और समधन आमने-सामने हैं. समधी सुरेश राजे बीजेपी से ताल ठोक रहे हैं, जबकि उनकी समधन इमरती देवी कांग्रेस से चुनावी मैदान में हैं.
राजस्थान में भी अपनों से भिड़ंत
राजस्थान में भी कई सीटें ऐसी हैं जहां अपने ही अपनों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
1. खेतड़ी
झुंझुनू जिले की खेतड़ी सीट पर चाचा-भतीजी के बीच टक्कर है. चाचा धर्मपाल गुर्जर को बीजेपी ने टिकट दिया, तो भतीजी मनीषा कांग्रेस के टिकट पर यहां से ताल ठोक रहीं हैं.
2. नागौर
नागौर में मुकाबला मिर्धा परिवार से ताल्लुक रखने वाले चाचा और भतीजी आमने-सामने हैं. पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा बीजेपी के टिकट पर नागौर से खड़ी हैं, जबकि कांग्रेस के टिकट पर उनके चाचा हरेंद्र मिर्धा खड़े हैं. पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने इसी साल सितंबर में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन किया है.
3. दांतारामगढ़
दांतारामगढ़ विधानसभा सीट पर पति और पत्नी ही आपस में लड़ रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह के बेटे और वर्तमान विधायक वीरेंद्र सिंह यहां कांग्रेस के उम्मीदवार हैं, जबकि उनके सामने उनकी पत्नी रीता बेनीवाल जेजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं.
4. भादरा
भादरा सीट पर चाचा-भतीजा के बीच जंग है. चाचा संजीव बेनीवाल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके भतीजे अजीत बेनीवाल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं.
5. अलवर ग्रामीण
अलवर ग्रामीण विधानसभा सीट पर बाप और बेटी एक दूसरे के खिलाफ हैं. बीजेपी प्रत्याशी जयराम जाटव के खिलाफ उनकी बेटी मीना कुमारी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं.
6. धौलपुर
धौलपुर सीट से जीजा-साली के बीच मुकाबला है. धौलपुर सीट से कांग्रेस ने शोभा कुमारी कुशवाहा को मैदान में उतारा है. शोभा के सामने उनके शिव चरण कुशवाह हैं, जिन्हें बीजेपी ने टिकट दिया है.
छत्तीसगढ़ का हाल
1. दंतेवाड़ा सीट
दंतेवाड़ा सीट पांच राज्यों की विधानसभा सीटों में सबसे खास है. यहां उतरे एक-दो नहीं बल्कि अधिकतर उम्मीदवार एक-दूसरे के रिश्तेदार हैं. इस सीट पर एक ही परिवार के सात लोग अलग-अलग पार्टियों से एक-दूसरे के खिलाफ हैं. यहां बीजेपी ने भीमा मंडावी को उम्मीदवार बनाया है. भीमा इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा के बहनोई हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवती और सीपीआई उम्मीदवार नंदाराम सोरी आपस में भाई-बहन हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बल्लू भवानी और निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं जया कश्यप रिश्ते में भतीजा-भतीजी हैं. यहीं से बसपा उम्मीदवार केशव नेताम और निर्दलीय सुदरू कुंजाम आप उम्मीदवार बल्लू के भांजे हैं.
2. पाटन
छत्तीसगढ़ की सबसे हाईप्रोफाइल सीट पाटन विधानसभा क्षेत्र में चाचा और भतीजे के बीच मुकाबला है. यहां से प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल के सामने बीजेपी ने सांसद विजय बघेल को उतारा है. विजय बघेल रिश्ते में भूपेश बघेल के भतीजे हैं.
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